राजस्थान: BJP में अंतर्कलह, वसुंधरा गुट लाया सतीश पूनिया की ये 22 साल पुरानी चिट्ठी

राजस्थान में बीजेपी में गुटबाजी चल रही है. वसुंधरा राजे गुट और पार्टी संगठन आमने-सामने है. अब BJP के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का 22 साल पुराना पत्र सामने आया है.

Advertisement
BJP के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (फाइल फोटो) BJP के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (फाइल फोटो)

शरत कुमार

  • जयपुर,
  • 29 जून 2021,
  • अपडेटेड 12:01 PM IST
  • राजस्थान बीजेपी में गुटबाजी तेज हुई
  • वसुंधरा गुट ने जारी किया सतीश पूनिया का पुराना लेटर

भारतीय जनता पार्टी की राजस्थान यूनिट में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे गुट और पार्टी संगठन के बीच मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. तनाव के बीच अब 22 साल पुराने एक पत्र की एंट्री हुई है. पार्टी ने वसुंधरा समर्थकों को अनुशासनहीनता का नोटिस थमाया था, इसके बाद वसुंधरा समर्थक BJP के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का 22 साल पुराना पत्र निकाल लाए हैं. 22 साल पुराने इस पत्र ने राजस्थान की राजनीति में हंगामा मचा रखा है.

Advertisement

यह पत्र प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष गुलाब चंद कटारिया को लिखा था. इस पत्र में सतीश पूनिया ने BJP के वरिष्ठ नेता रहे पूर्व उपराष्ट्रपति भैरो सिंह शेखावत, ललित किशोर चतुर्वेदी और हरिशंकर भाभड़ा को पीठ में छुरा घोंपने वाला और कार्यकर्ताओं की छाती पर पैर रखकर टिकट कटवाने वाला बताया था.

सतीश पूनिया का पुराना लेटर आया सामने

22 साल पुराने इस पत्र में पूनिया ने अपने मौजूदा सहयोगी उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ और पूर्व सांसद रामसिंह कस्वा जैसे लोगों को अपने पत्र में भस्मासुर बताया था. सतीश पूनिया लगातार विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बार बार टिकट नहीं मिलने पर जुलाई 1999 में भाजुमयो के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया था.

सतीश पूनिया का पुराना लेटर आया सामने

लेटर सामने आने पर क्या बोले सतीश पूनिया

Advertisement

पत्र जारी होने पर वसुंधरा गुट की तरफ से अनुशासनहीनता का नोटिस पाने वाले पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा ने कहा कि जो लोग खुद अनुशासनहीन रहे हैं वह हमें अनुशासन हीनता का पाठ पढ़ा रहे हैं. उधर सतीश पूनिया ने इस लेटर को अब सामने लाने को सियासी षडयंत्र बताया है. वह बोले, 'उस वक्त की राजनीतिक परिस्थितियों को देखकर मैंने क्या लिखा था मुझे कुछ भी याद नहीं है लेकिन हमने जो कुछ लिखा था पार्टी के फोरम पर मीडिया में कुछ भी नहीं कहा था इसलिए अनुशासनहीनता तो मैंने उस वक़्त भी नहीं की थी.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement