राजस्थान में चुनावी शंखनाद हो चुका है. जहां मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार की उपलब्धियों को लेकर पूरे प्रदेश में गौरव यात्रा निकाल रहीं हैं. तो वहीं कांग्रेस संकल्प रैली और मेरा बूथ, मेरा गौरव जैसे अभियान के माध्यम से सरकार की नाकामियों को उजागर करने में जुटी हैं.
भीलवाड़ा जिले की बात करें तो इसे वस्त्र नगरी, अभ्रक नगरी, राजस्थान का मेनचेस्टर, टैक्सटाइल शहर आदि नामों से जाना जाता है. कभी भीलवाड़ा में सिक्के ढ़ालने की टकसाल थी जिसमें ‘भिलाड़ी’ नामक सिक्के ढ़ाले जाते थे इसलिए इस क्षेत्र का नाम भीलवाड़ा पड़ा. भीलवाड़ा की सीमा उत्तर में अजमेर, पूर्व में बूंदी और टोंक, पश्चिम में राजसमंद और दक्षिण में चित्तौड़गढ़ से सटी है.
भीलवाड़ा जिले में कुल 7 विधानसभा सीट- मांडल, सहाड़ा, भीलवाड़ा , शाहपुरा, जहाजपुर, मांडलगढ़ और आसींद हैं. जिसमें जहाजपुर और मांडलगढ़ सीट पर कांग्रेस और बाकी की सभी 5 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.
भीलवाड़ा जिले की आसींद विधानसभा क्षेत्र संख्या 177 की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस लगातार 6 बार से चुनाव हार रही है और भाजपा के रामलाल गुर्जर कांग्रेस के सामने दीवार बनकर खड़े हुए हैं. 2011 की जनगणना के अनुसार आसींद की जनसंख्या 395014 है, जिसका 88.91 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण और 11.09 प्रतिशत हिस्सा शहरी है. 2017 की वोटर लिस्ट के अनुसार कुल मतदाताओं की संख्या 249443 है और 304 पोलिंग बूथ हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में आसींद पर 75.97 फीसदी मतदान हुआ था और लोकसभा चुनाव में 59.3 फीसदी मतदान हुआ था.
2013 विधानसभा चुनाव का परिणाम
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के रामलाल गुर्जर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस के रामलाल जाट को 27309 वोटों से पराजित किया. बीजेपी के रामलाल गुर्जर को 73774 और कांग्रेस के रामलाल गुर्जर को 46465 वोट मिले थें.
2008 विधानसभा चुनाव का परिणाम
साल 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के रामलाल गुर्जर ने कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व विधायक हगामी लाल मेवाड़ा को 4112 मतों से शिकस्त दी. बीजेपी के रामलाल गुर्जर को 63325 और कांग्रेस के हगामी लाल मेवाड़ा को 59213 वोट मिले थें.
विवेक पाठक