तारबंदी के नीचे से पाकिस्तान से आकर 6 महीने से भारत में घूम रहा था यह शख्स

राजस्थान इंटेलिजेंस के एडिशनल एसपी राजीव दत्ता ने बताया कि ये 1977 में पाकिस्तान के उमरकोट में अपनी बहन के पास गया था तब भारत-पाकिस्तान सीमा पर तारबंदी नहीं थी लेकिन उसके बाद ये वहीं रह गया. लेकिन इतने साल बाद वो पाकिस्तानी साथियों के साथ तारबंदी पार कर भारत आ गया.

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हसन खान पुत्र पीरे खान हसन खान पुत्र पीरे खान

कौशलेन्द्र बिक्रम सिंह / शरत कुमार

  • जयपुर,
  • 10 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 6:20 AM IST

भारत-पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ के एक बड़ी चूक का मामला सामने आया है. खुफिया एजेंसी ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो अप्रैल 2017 में बीएसएफ की चौकी के पास से तारबंदी पार कर भारत आ गया था और पिछले 6 महीने से पुणे में रह रहा था.

हसन खान पुत्र पीरे खान ने खुफिया एजेंसियों की पूछताछ में जो खुलासा किया है वह बेहद सनसनीखेज है. इस शख्स ने बताया कि पाकिस्तानी एजेंसी के लोग इसे 4 कि.मी. तक भारतीय सीमा के अंदर आकर छोड़कर गए और किसी ने रोका ही नहीं.

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राजस्थान इंटेलिजेंस के एडिशनल एसपी राजीव दत्ता ने बताया कि ये 1977 में पाकिस्तान के उमरकोट में अपनी बहन के पास गया था तब भारत-पाकिस्तान सीमा पर तारबंदी नहीं थी लेकिन उसके बाद ये वहीं रह गया. लेकिन इतने साल बाद वो पाकिस्तानी साथियों के साथ तारबंदी पार कर भारत आ गया.

फिलहाल केंद्रीय और राज्य के खुफिया एजेंसियां इससे ज्वाइंट इंटरोगेशन कर रही हैं कि किसके कहने पर और किसकी मदद से ये भारत में आया और अब तक इसने पाकिस्तान की मदद के लिए क्या-क्या किया है.

खुफिया एजेंसियां इसे सुरक्षा में बड़ी चूक मान रही हैं. लिहाजा पूरे मामले की जांच के लिए निर्देश दिए गए हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने खुफिया सूत्रों से इस शख्स के बारे में जानकारी हासिल की थी.

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