जयपुर में एक ऐसा मुस्लिम इलाका है, जहां पर राजकीय संस्कृत विद्यालय में 500 मुस्लिम बच्चे संस्कृत पढ़ते हैं. कुरान की तरह उन्हें संस्कृत के श्लोक भी जुबान पर याद हैं. जयपुर की भट्टा बस्ती का सरकारी राजकीय संस्कृत विद्यालय है जहां पर केवल मुस्लिम बच्चे पढ़ते हैं. आपको जानकर हैरत होगी कि सभी 500 मुस्लिम बच्चे यहां अच्छी तरह से संस्कृत सीखते हैं और कई बच्चों ने यहां से संस्कृत की पढ़ाई कर अच्छी नौकरी भी पाई है. स्कूल में घुसते ही संस्कृत में यह बच्चे प्रार्थना गाते मिलते हैं.
अपनी क्लास में भी दूसरे विषयों की तरह संस्कृत की पढ़ाई करते हैं. छोटी-छोटी बच्चियां संस्कृत के साथ साथ कुरान भी धारा प्रवाह सुनाती हैं. 8वीं क्लास की हाजिरी नेवी ने संस्कृत के श्लोक सुनाते हुए कहा कि हम मजहब के आधार पर भाषा की पढ़ाई नहीं करते हैं. यह विषय हमें अच्छा लगता है और टीचर हमें अच्छी तरह से पढ़ाते हैं.
टीचरों का कहना है कि 2011 में स्कूल बना था. उस वक्त से लेकर अब तक 400 से 500 मुस्लिम बच्चे हमेशा इस स्कूल में पढ़ते हैं, लेकिन आज तक कभी शिकायत नहीं आई है. खुद अभिभावक भी बच्चों की संस्कृत के पढ़ाई से खुश रहते हैं. संस्कृत के टीचर महेश कुमार शर्मा ने कहा कि शुरू-शुरू में अभिभावकों में डर था कि मुस्लिम बच्चे हैं. संस्कृत पढ़कर क्या करेंगे, लेकिन जब स्कूल में अच्छे नंबर आने लगे तो अभिभावक भी बच्चों को संस्कृत पढ़ाने लगे.
बता दें कि यही वो इलाका है जहां 10 दिन पहले हिंदू और मुसलमान आमने-सामने हो गए थे. बीजेपी के नेता मुस्लिमों के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे तो मुस्लिम लड़के पत्थरबाजी कर रहे थे, लेकिन यहां के लोग कहते हैं कि बाहर के लोग माहौल खराब करते हैं यहां पर कभी भाषा और मजहब को लेकर आपस में बैर नहीं रहा है.
शरत कुमार