राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से चल रहा सियासी ड्रामा अभी भी जारी है. कांग्रेस पार्टी ने सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया है. इस बीच अब इस एक्शन पर प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं. कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने ट्वीट कर कहा है कि उन्हें काफी दुख है कि परिस्थितियां यहां तक पहुंच गई हैं.
सचिन के समर्थन में जितिन प्रसाद ने ट्वीट कर लिखा कि सचिन पायलट सिर्फ एक सहयोगी नहीं बल्कि दोस्त भी हैं. इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि उन्होंने पार्टी के लिए काफी काम किया है. उम्मीद है कि इस परिस्थिति सुधरेंगी. बहुत दुख की बात है कि बात यहां तक पहुंच गई.
इसके अलावा कांग्रेस की नेता मार्गेट एल्वा ने ट्वीट कर लिखा कि एक स्टार को कुछ संयम बरतना चाहिए और लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए. वरना अंत ज्यादा अच्छा नहीं होगा.
गौरतलब है कि सचिन पायलट की तरफ से पिछले तीन दिनों में ही बागी रुख अपनाया गया. उनके साथ करीब दो दर्जन विधायक दिल्ली में थे और कांग्रेस पार्टी लगातार उन्हें जयपुर की विधायक दल की बैठक में बुला रही थी. लगातार मान मनौव्वल की कोशिशों के बाद जब सचिन पायलट नहीं माने तो मंगलवार को उनपर एक्शन लिया गया.
न पार्टी के मुखिया रहे, न सरकार के डिप्टी, बगावत से सचिन पायलट ने क्या-क्या खोया?
कांग्रेस की ओर से कहा गया कि राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी समेत कई बड़े नेताओं ने सचिन पायलट से संपर्क की कोशिश की. लेकिन पायलट ने किसी की बात नहीं सुनी. ऐसे में इस कड़े एक्शन के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचता था. सचिन पायलट का गुट लगातार अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग कर रहा था.
दूसरी ओर बीजेपी की ओर से कहा जा रहा है कि अभी वह इंतजार में है और पूरी तरह से स्थिति पर नजर बनाए हुए है. ऐसे में बीजेपी की ओर से फ्लोर टेस्ट की मांग नहीं की जा रही है.
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