राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी देवी अपहरण और हत्याकांड मामले की जांच कर रही सीबीआई की विशेष टीम ने राज्य सरकार पर जांच में रुकावट डालने और असहयोग करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. इस संबंध में जांच टीम ने सीबीआई के विशेष निदेशक को पत्र लिखा है.
इस केस में अब तक 11 गवाह मुकरे
पत्र में कहा गया है कि जांच अधिकारी की पैरवी कर रही टीम और गवाहों को लगातार धमकियां मिल रही हैं. दो साल पहले तत्कालीन मुख्य सचिव के जारी निर्देशों के बावजूद सीबीआई टीम
को न तो सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है और न ही कोई वाहन. इस कारण अब तक 11 गवाह अपने बयान से मुकर चुके हैं.
सर्किट हाउस में रखे हैं जांच से जुड़े अहम दस्तावेज
सीबीआई कैंप कार्यालय को सर्किट हाउस से खाली कर पुलिस की निगरानी वाले गेस्ट हाउस या पुलिस लाइनों में रहने का दबाव बनाया जा रहा है. पत्र में कहा गया है कि अभी 192 गवाहों की
गवाही होनी बाकी है. मामले में कुल 315 दस्तावेज और 94 आर्टिकल हैं और इनको बड़े बक्से में भर कर सर्किट हाउस के कमरों में रखा गया है.
आरोपी हैं कद्दावर नेता और हिस्ट्रीशीटर
इस मामले में राजस्थान के कद्दावर नेता महिपाल मदेरणा और कुछ हिस्ट्रीशीटर आरोपी हैं. सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने इस मामले में तेज जांच और सुनवाई का आदेश दे रखा है. वहीं सरकार
और आरोपियों के आचरण से सुनवाई में रुकावट पैदा हो रही है.
जेल में बंद नेताओं की मदद करने की कोशिश
एक सप्ताह पहले सीबीआई के विशेष निदेशक को लिखे गए पत्र में जांच टीम ने आरोप लगाया है कि इस मामले में प्रभावशाली नेता जेल में बंद हैं. शायद उनकी मदद करने की कोशिश में
सीबीआई टीम को परेशान किया जा रहा है. इसीलिए राज्य सरकार को कहा जाए कि वह सर्किट हाउस खाली नहीं करवाएं. साथ ही टीम को सुरक्षा और वाहन मुहैया कराने की कोशिश करें.
केशव कुमार