वसुंधरा राजे के करीबी रोहिताश्व कुमार पर गिरी गाज, बीजेपी ने 6 साल के लिए किया निष्कासित

रोहिताश्व ने अनुशासन समिति के समक्ष अपना जवाब भी दे दिया था लेकिन अनुशासन समिति उनकी सफाई से संतुष्ट नहीं हुई और उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया.

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राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (फाइल फोटो) राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (फाइल फोटो)

शरत कुमार

  • जयपुर,
  • 17 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 7:55 PM IST
  • पार्टी विरोधी बयानों को लेकर हुई कार्रवाई
  • सफाई से संतुष्ट नहीं हुई अनुशासन समिति

राजस्थान में वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग कर रहे वसुंधरा समर्थकों को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कड़ा संदेश दे दिया है. वसुंधरा समर्थक पूर्व मंत्री रोहिताश्व कुमार को बीजेपी ने छह साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया है. अलवर जिले के बानसूर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक रोहिताश्व लगातार वसुंधरा राजे के समर्थन में बयान दे रहे थे.

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रोहिताश्व शर्मा ने कहा था कि वसुंधरा राजे ही राजस्थान और बीजेपी की नेता हैं और बाकी सभी नेता बेकार हैं. प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के सक्षम न होने को लेकर भी रोहिताश्व शर्मा ने बयान दिया था जिसके बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. रोहिताश्व शर्मा का अभी एक दिन पहले ही एक कथित ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के अलवर दौरे के बाद कहा था कि बीजेपी का मौजूदा नेतृत्व राज्य में चुनाव जितवाने में सक्षम नहीं है.

वायरल ऑडियो में कथित रूप से रोहिताश्व शर्मा ने कहा था कि सतीश पूनिया पार्टी को एकजुट नहीं रख पा रहे हैं. पार्टी को यह लगने लगा है कि वसुंधरा इस तरह की बयानबाजियों से अपनी ताकत दिखाना चाह रही हैं और बीजेपी के मौजूदा नेतृत्व की ताकत की परख भी करना चाह रही हैं. हालांकि, रोहिताश्व शर्मा को छह साल के लिए पार्टी से निकाले जाने पर वसुंधरा राजे या उनके समर्थकों की कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं आई है लेकिन माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इससे खासी नाराज हैं.

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बीजेपी में सबकी नजरें अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर हैं कि वह क्या कदम उठाती हैं. गौरतलब है कि रोहिताश्व शर्मा को पार्टी विरोधी बयानों के चलते नोटिस भी जारी किया गया था लेकिन उसके बाद वे लगातार बयानबाजी कर रहे थे. अनुशासन समिति ने कहा है कि वह रोहिताश्व कुमार की सफाई से संतुष्ट नहीं है. बता दें कि आज ही रामलाल शर्मा, संजय नरुका, लक्ष्मीकांत भारद्वाज समेत कई नेताओं ने रोहिताश्व के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की थी.

 

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