जज्बे को सलाम! 88 साल की उम्र में भी पंजाब की गलियों की सफाई कर रहे रिटायर्ड IPS, VIDEO

चंडीगढ़ के सेक्टर-49 के रिटायर्ड IPS इंदरजीत सिंह सिद्धू पिछले 10 सालों से अकेले सड़कों-गलियों पर सफाई करते हैं. 88 साल की उम्र में भी वे साफ-सफाई में लगे हैं क्योंकि उन्हें अपने शहर की सुंदरता से प्यार है. उनका वीडियो वायरल होने के बाद लोग अब उनके लिए सिविलयन अवॉर्ड की मांग कर रहे हैं.

Advertisement
रिटायर्ड IPS अफसर के लिए लोगों ने की सिविलियन अवॉर्ड की मांग (Photo- Screengrab) रिटायर्ड IPS अफसर के लिए लोगों ने की सिविलियन अवॉर्ड की मांग (Photo- Screengrab)

अमन भारद्वाज

  • चंडीगढ़,
  • 23 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 1:46 PM IST

चंडीगढ़ की IAS/IPS सोसाइटी में रहने वाले 88 वर्षीय रिटायर्ड IPS अधिकारी इंदरजीत सिंह सिद्धू इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं. वजह यह है कि वे पिछले 10 सालों से अपनी सोसाइटी और आसपास के इलाकों में अकेले ही साफ-सफाई कर रहे हैं. सिद्धू का एक वीडियो हाल ही में वायरल हुआ, जिसे पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट गौरव गोयल ने रविवार को शूट कर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. उनका वीडियो वायरल होने के बाद अब लोग उनके लिए सिविलियन अवॉर्ड की मांग कर रहे हैं.

Advertisement

इंदरजीत सिंह सिद्धू मूल रूप से पंजाब के धूरी-संगरूर के गांव बुगरा के रहने वाले हैं. 1963 में पंजाब सर्विस कमीशन से भर्ती हुए और 1981 में IPS प्रमोट किए गए थे. 1986 में आतंकवाद के दौर में अमृतसर में सिटी SP रहे, फिर चंडीगढ़ में DIG CID बने और 31 दिसंबर 1996 को रिटायर हुए. उनकी पत्नी दविंदर पाल कौर का 2023 में निधन 2023 हो गया था. उनका बेटा अमेरिका में अपने परिवार के साथ रहता है और बेटी मोहाली में रहती हैं.

यह भी पढ़ें: चंडीगढ़ में अवैध फर्नीचर मार्केट पर बुलडोजर एक्शन, प्रशासन ने कब्जा मुक्त कराई 15 एकड़ जमीन

इंद्रजीत सिंह सिद्धू मोबाइल फोन नहीं रखते और मीडिया में आने से बचते हैं. वायरल वीडियो के वक्त वे अपनी बेटी के पास गए थे. आजतक से बातचीत में उन्होंने कहा, "चंडीगढ़ सबसे खूबसूरत शहर है, लेकिन अब लोग इसे गंदा कर रहे हैं. लोग बड़ी-बड़ी गाड़ियों से रोड पर कचरा फेंकते हैं. यह अस्वीकार्य है. इसलिए मैं पिछले 10 सालों से सेक्टर 49 में सफाई कर रहा हूं. जब तक शरीर साथ देगा, सफाई करता रहूंगा."

Advertisement

'स्वच्छता सर्वे में चंडीगढ़ की रैंकिंग गिरी, मैं चाहता हूं फिर नंबर-1 पर आए'

रिटायर्ड अफसर सिद्धू ने यह भी कहा कि हाल ही में स्वच्छता सर्वे में चंडीगढ़ की रैंकिंग गिरी है और अब यह दूसरे स्थान पर है. उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूं कि चंडीगढ़ फिर से नंबर 1 पर आए." उन्होंने कहा, "एक पूर्व पुलिस अधिकारी होने के नाते, अनुशासन और स्वच्छता हमेशा मेरे दिल के करीब रहे हैं. मैंने आतंकवाद के दिनों में सेवा की थी, जब गली-गली कानून-व्यवस्था बहाल करनी पड़ती थी. उस समय, हमने शहर को भय और हिंसा से मुक्त किया था. आज, मैं इसे कूड़े और लापरवाही से मुक्त करता हूं. यही भावना है - अगर आप अपने शहर से प्यार करते हैं, तो आप उसके लिए कदम उठाते हैं.

रिटायर्ड अधिकारी ने कहा, "मैं यह सब प्रशंसा या ध्यान पाने के लिए नहीं करता. मैं ऐसा इसलिए करता हूं क्योंकि मेरा मानना है कि एक साफ शहर साफ दिमाग को आकार देता है. जब तक मैं शारीरिक रूप से स्वस्थ हूं, मैं अपना काम करता रहूंगा जिसके लिए लोग
शर्म महसूस करते हैं."

कोई म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन का अधिकारी भी उन्हें रोकने नहीं आया- एडवोकेट गौरव गोयल

एडवोकेट गौरव गोयल का कहना है कि यह चिंता की बात है कि इस उम्र में एक बुजुर्ग को सफाई करनी पड़ रही है. उन्होंने कहा, "अगर वे पूरा दिन सफाई करते हैं तो उनकी सेहत पर असर पड़ सकता है. न तो कोई म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन का अधिकारी और न ही कोई IAS अधिकारी अब तक उन्हें रोकने आया." उन्होंने आगे कहा, "सिद्धू जी एक Ripple Hero हैं और उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलना चाहिए. हम इसके लिए गवर्नर और अन्य अधिकारियों से मिलेंगे."

Advertisement

यह भी पढ़ें: चंडीगढ़ के स्कूलों में बनेंगे शुगर बोर्ड्स, बच्चों को बताए जाएंगे चीनी के फायदे-नुकसान, व‍िशेषज्ञ बोले- ये बहुत जरूरी

गौरव गोयल ने कहा, "बचपन में सिखाया जाता था कि स्वच्छता भगवान के समान है, लेकिन अब लोग गंदगी फैला रहे हैं. कुछ लोग जानबूझकर उनके सामने गाड़ी रोककर कचरा फेंकते हैं कि वे उठाएं." पड़ोसी के मुताबिक, सिद्धू पहले पूरे सेक्टर में घूमते थे, अब खासतौर से सेक्टर 49A में रहते हैं और कभी-कभी 49B तक जाते हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement