'BJP को फायदा पहुंचाने के लिए कांग्रेस नेताओं की खरीद-फरोख्त कर रही AAP', प्रताप सिंह बाजवा का बड़ा आरोप

पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि AAP अन्य जगहों पर इंडिया ब्लॉक में शामिल हो सकती है, लेकिन वह पंजाब में कांग्रेस नेताओं को अपने पाले में करने पर तुली हुई है.

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा. (Photo: ANI) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा. (Photo: ANI)

मनजीत सहगल

  • चंडीगढ़,
  • 19 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 3:45 PM IST

लोकसभा चुनावों की घोषणा से कुछ दिन पहले पंजाब में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के तीन प्रमुख वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी छोड़ दी थी. ये नेता थे पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर, कांग्रेस विधायक दल के उपनेता राजकुमार छेबेवाल और बस्सी पथाना से पार्टी के पूर्व विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी. जहां परनीत कौर भाजपा में शामिल हुईं, वहीं छेबेवाल और जीपी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे.

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इंडिया टुडे के 'मूड ऑफ द नेशन' समेत ज्यादातर लोकसभा चुनाव सर्वेक्षणों में अनुमान लगाया गया है कि पंजाब में कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (SAD) के वोट प्रतिशत में गिरावट आ सकती है. 'मूड ऑफ द नेशन' ने 2024 में कांग्रेस और शिअद के वोट शेयर में गिरावट की भविष्यवाणी की है. जहां आम आदमी पार्टी (AAP) का वोट शेयर 27 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है, वहीं बीजेपी का वोट शेयर 9.63 प्रतिशत से बढ़कर 17 प्रतिशत होने की उम्मीद है. 

पंजाब में घट सकता है कांग्रेस का मत प्रतिशत 

'मूड ऑफ द नेशन' के मुताबिक कांग्रेस और शिअद का वोट शेयर क्रमश: 38 फीसदी और 14 फीसदी रहेगा. पंजाब में AAP और कांग्रेस के पांच-पांच सीटें जीतने की उम्मीद है, उसके बाद भाजपा और अकाली दल क्रमश: दो और एक सीट जीत सकते हैं. कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनावों में 40 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया था. लेकिन 2024 में सत्तारूढ़ AAP द्वारा पेश की जा रही चुनौती से जूझने के अलावा कांग्रेस को अपने नेताओं की टूट का भी सामना करना पड़ रहा है.

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2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से 8 पर जीत हासिल की थी. भाजपा और शिरोमणि अकाली दल ने 2-2 सीटें जीती थीं, जबकि AAP ने केवल एक सीट जीती थी. शिरोमणि अकाली दल 27.45 प्रतिशत वोट शेयर के साथ दूसरे नंबर पर रही, उसके बाद बीजेपी 9.63 प्रतिशत और AAP 7.38 प्रतिशत वोट शेयर के साथ क्रमश: तीसरे और चौथे नंबर पर रहीं. कांग्रेस के कई नेता पंजाब में अपने नेताओं की टूट के लिए आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराते हैं. 

पंजाब कांग्रेस में दलबदल के लिए AAP जिम्मेदार: बाजवा

पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि AAP अन्य जगहों पर इंडिया ब्लॉक में शामिल हो सकती है, लेकिन वह पंजाब में कांग्रेस नेताओं को अपने पाले में करने पर तुली हुई है.  बाजवा ने कहा, 'AAP इंडिया गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद पंजाब कांग्रेस में दलबदल के लिए जिम्मेदार है. वह विजिलेंस डिपार्टमेंट का उपयोग करके ऐसा कर रही है. AAP केवल कांग्रेस नेताओं को तोड़ रही है. भाजपा और शिअद सहित अन्य दलों के नेताओं को तोड़ने से बच रही है. पंजाब में गठबंधन पर बात नहीं बनने के बाद हमें इसकी आशंका थी'.

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अरविंद केजरीवाल के कंट्रोल में नहीं हैं भगवंत मान: बाजवा

कांग्रेस नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी, भाजपा की बी-टीम के रूप में काम कर रही है और राज्य में प्रमुख विपक्षी दल को कमजोर करने पर तुली हुई है. प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, 'भगवंत मान अब अरविंद केजरीवाल के नियंत्रण में नहीं हैं. वह भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की मदद से यह (अवैध खरीद-फरोख्त) कर रहे हैं. अगर यह केजरीवाल के निर्देशों के तहत किया गया होता, तो भाजपा और अकाली दल के नेताओं की खरीद-फरोख्त होती. कांग्रेस को कमजोर करने और भाजपा को मजबूत करने के लिए वह हमारे नेताओं को तोड़ रहे हैं'. संपर्क करने पर आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा, 'यह कांग्रेस पार्टी का आंतरिक मामला है और केवल कांग्रेस नेता ही इस पर टिप्पणी कर सकते हैं.'

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