दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह के बीच इन दिनों ट्विटर वॉर चल रहा है. यह ट्विटर वॉर शिक्षा के मॉडल को लेकर चल रहा है. मनीष सिसोदिया ने 250 स्कूलों की लिस्ट जारी की है. पंजाब सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि अब पंजाब के भी स्कूलों की सूची जारी की जाए.
मनीष सिसोदिया ने ट्वीट में लिखा कि दिल्ली सरकार ने पिछले 5 साल में सभी स्कूलों में वो सुविधाएं दी हैं, जो एक टीचर को दिल से पढ़ाने और एक बच्चे को स्वाभिमान के साथ स्कूल आने-पढ़ने के लिए मिलनी चाहिए, लेकिन आपने बात 250 स्कूलों की है. इसलिए मैं सिर्फ 250 स्कूलों की लिस्ट जारी कर रहा हूं.
खुशी की बात है कि देश की चुनावी राजनीति में शिक्षा मुद्दा बन रहा है, दिल्ली में जैसा काम हुआ है, उसने बाकी पार्टियों को शिक्षा पर काम करने को मजबूर किया है. सीएम केजरीवाल ने जब पंजाब में शिक्षा पर बात की तो वहां के शिक्षा मंत्री ने कहा कि दिल्ली में काम नहीं हुआ, पंजाब में हुआ है.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमने दिल्ली और पंजाब के स्कूलों पर डिबेट करने की बात कही और 250 स्कूल देखना चाहते हैं. वैसे तो दिल्ली के सभी स्कूलों में खूब काम हुआ है, रिजल्ट इम्प्रूव हुए हैं. हजार से ज्यादा स्कूलों में शानदार आउटकम है. हम किन्हीं भी स्कूलों पर बात कर सकते हैं, लेकिन मैं 250 स्कूलों की लिस्ट दे रहा हूं, जहां खूब काम हुए हैं, रिजल्ट सुधरे हैं. टीचर्स और प्रिंसिपल की देश-विदेश में ट्रेनिंग हुई है. ये सभी स्कूल 12वीं तक के हैं. यहां NEET की परीक्षा में 15-20 बच्चों ने क्वालीफाई किया है. 5-5 बच्चों ने जेईई एडवांस क्वालीफाई किया है.
उन्होंने कहा कि चार साल से दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नतीजे प्राइवेट से अच्छे आ रहे हैं. अब 100 फीसदी नतीजे आ रहे हैं. अब विनम्रता और सम्मान के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री को आमंत्रित करता हूं कि इन ढाई सौ स्कूलों में आकर देखें. अपने भी 250 स्कूलों की लिस्ट जारी करें, जहां इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया हो, बच्चे NEET जेईई में जा रहे हों. उम्मीद है कि शाम तक पंजाब के भी 250 स्कूलों की लिस्ट वे जारी करेंगे. उसके बाद हम दोनों जगहों के स्कूलों में जाएंगे.
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