अमृतसर ट्रेन हादसा: रावण का रोल करने वाले दलबीर की भी मौत

अमृतसर रेल हादसे में रामलीला में रावण की भूमिका निभाने वाले दलबीर की भी ट्रेन से कुचलकर मौत हो गई है. हादसे के दौरान दलबीर भी रेलवे ट्रैक पर ही मौजूद थे.

Advertisement
मृतक दलबीर मृतक दलबीर

सतेंदर चौहान / अजीत तिवारी

  • अमृतसर,
  • 20 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 11:36 AM IST

अमृतसर में हादसे के दौरान रावण दहन का कार्यक्रम चल रहा था. इस हादसे में उस शख्स की भी ट्रेन से कटकर मौत हो गई, जो वहां की रामलीला में रावण का किरदार निभाता था. रावण दहन के दौरान रावण का किरदार निभाने वाले दलबीर सिंह पटरी पर ही मौजूद थे.

जिस वक्त रावण का पुतला जल रहा था, ठीक उसी वक्त रामलीला में रावण बने दलबीर सिंह पटरी पर मौजूद थे. रावण दहन होने के दौरान ही ट्रेन आई और 60 से ज्यादा लोगों के साथ दलबीर को भी अपनी चपेट में लिया.

Advertisement

दलबीर की मौत से परिवार सदमे में है. दलबीर की पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है. दलबीर सिंह की मां और भाई को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनके घर का लाडला अब इस दुनिया में नहीं है. दलबीर की मां ने सरकार से नौकरी की मांग की है. दलबीर वर्षों से रामलीला में रावण का रोल निभा रहे थे. कल भी वो घर से ये कहकर जल्दी निकले थे कि उन्हें राम और लक्ष्मण को तैयार करना है.

अमृतसर में बड़ी रेल दुर्घटना, 60 की मौत, पटरी पर बिखरीं लाशें

दलबीर के परिवार के मुताबिक हादसे के लिए स्थानीय प्रशासन ही जिम्मेदार है, जो लोगों को अलर्ट करने में नाकाम रहा. इसे किस्मत का खेल नहीं तो और क्या कहें, रावण दहन वाले दिन ही रावण बने दलबीर मौत के मुंह में समा गए.

Advertisement

कब, कहां और कैसे हुआ हादसा?

ये हादसा अमृतसर और मनावला के बीच फाटक नंबर 27 के पास हुआ. दरअसल, शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे अमृतसर के चौड़ा बाजार स्थित जोड़ा फाटक के रेलवे ट्रैक पर लोग मौजूद थे. पटरियों से महज 200 फीट की दूरी पर पुतला जलाया जा रहा था. 

देखिए, अमृतसर रेल हादसे का सबसे साफ VIDEO

इसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही डीएमयू ट्रेन नंबर 74943 वहां से गुजरी. ट्रेन की रफ्तार करीब 100 किमी. प्रति घंटा थी. तेज रफ्तार इस ट्रेन ने ट्रैक पर मौजूद लोगों को कुचल दिया और देखते ही देखते 150 मीटर के दायरे में लाशें बिछ गईं. हादसे के बाद अभी तक 60 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की जा चुकी है. जानकारी के मुताबिक 40 शव सिविल अस्पताल में और 19 शव गुरुनानक अस्पताल में रखे गए हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement