चंडीगढ़ में नगर निगम का परिणाम घोषित होने के बाद शनिवार को शहर को नया मेयर (Mayor Chandigarh) मिल गया. नई मेयर बीजेपी पार्टी से सरबजीत कौर बनी हैं. भाजपा के दलीप शर्मा सीनियर डिप्टी मेयर बने हैं. यहां बीजेपी को 15 तो आम आदमी पार्टी को 13 सीटें मिली हैं. सरबजीत को कुल 28 वोटों में से 14 वोट मिले, जबकि आम आदमी पार्टी की मेयर उम्मीदवार अंजू कात्याल को 13 वोट मिले, जबकि एक वोट अमान्य घोषित किया गया. एक वोट से सरबजीत कौर को नया मेयर घोषित कर दिया गया.
नगर निगम चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद जमकर हंगामा हुआ. AAP पार्षदों ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत AAP के एक वोट को अमान्य घोषित कर दिया गया, क्योंकि वोट डालने के लिए इस्तेमाल किया गया बैलेट पेपर फटा था. नतीजे आने के बाद विरोध में आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद डीसी की कुर्सी के पीछे बैठ गए और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की.
सात कांग्रेस पार्षद और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के एकमात्र निर्वाचित पार्षद मेयर चुनाव से अनुपस्थित रहे. उन्होंने वोट नहीं डाला. बता दें कि हाल ही में हुए नगर निगम के नतीजों में आम आदमी पार्टी (आप) ने पहली बार 14 सीटें जीतीं, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 12 सीटें जीतीं और कांग्रेस को 8 वहीं एक सीट अकाली दल ने जीती.
पिछले हफ्ते कांग्रेस पार्टी के बागी देवेंद्र सिंह बबला भाजपा में शामिल हो गए थे और भाजपा पार्षदों की संख्या बढ़कर 13 हो गई, जबकि स्थानीय सांसद चंडीगढ़ के एक वोट से भाजपा की गिनती 14 हो गई.
नगर निगम के चुनाव की प्रक्रिया में यदि मेयर पद के लिए दो उम्मीदवार मैदान में हैं तो बहुमत प्राप्त करने वाले को मेयर के रूप में चुना जाता है. नगर निगम अधिनियम के तहत कोई दलबदल कानून लागू नहीं होता. किसी भी पार्टी का पार्षद मेयर पद के लिए किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को वोट दे सकता है.
ललित शर्मा