पंजाब: CM ने दिया था कर्ज माफी का भरोसा, अब बैंक किसानों को कर रहा है बेइज्जत

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह पर विश्वास करके बैंकों को कर्ज वापस न करने वाले किसानों को बैंकों ने बेइज्जत करना शुरू कर दिया है. बैंकों ने पहले इन किसानों को नोटिस जारी किए पर कर्ज वापस ना करने पर अब इन किसानों की तस्वीरें लगाकर इनकी बदनामी शुरू कर दी है.

Advertisement
प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

सतेंदर चौहान

  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 11:03 PM IST

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह पर विश्वास करके बैंकों को कर्ज वापस न करने वाले किसानों को बैंकों ने बेइज्जत करना शुरू कर दिया है. बैंकों ने पहले इन किसानों को नोटिस जारी किए पर कर्ज वापस ना करने पर अब इन किसानों की तस्वीरें लगाकर इनकी बदनामी शुरू कर दी है. ऐसे किसानों की गिनती सैंकड़ों में है.  सरकार के ऐलान के बावजूद बैंकों ने किसानों से कर्ज की रकम वसूलनी बंद नहीं की है और वो डिफाल्टर बन गए हैं.

Advertisement

समराला में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने बोर्ड में इनकी तस्वीरें चिपका दी हैं और नीचे लिख दिया है,‘ये लोग हमारे बैंक के डिफाल्टर हैं.' इन तस्वीरों में बुजुर्ग महिलाओं की तस्वीरें भी हैं. इन्हें बैंक में आने वाले लोग बड़ी हैरानी से देख रहे हैं. बैंकों में इस तरह से अपने फोटो लगने से हो रही बदनामी से किसानों में नाराजगी है और वो बैंकों और पंजाब सरकार को कोस रहे है.

पंजाब में जहां किसान लगातार खुदकुशी करता जा रहा है. वहीं, सरकार की सहानुभूति की जगह अब इन किसानों को बेइज्जती का दंश भी झेलना पड़ रहा है. यह किसान सरदार गुरदीप सिंह हैं, जिन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 1,50,000 रुपये का कर्ज लिया था और इस कर्ज की किस्तें मार्च महीने से पहले 16,000 रुपये और 20,000 रुपये के रूप में बैंक में जमा भी करवा दी थी, लेकिन तभी पंजाब सरकार का फरमान आया कि जिन किसानों ने बैंकों से 2,00,000 रुपये तक का लोन लिया हुआ है, उनके कर्जे माफ कर दिए गए हैं, लिहाजा इन किसानों ने अपना कर्ज देना बंद कर दिया और अब बैंक का यह कहना है कि इस किसान पर अब भी दो लाख से ज्यादा बकाया है, लिहाजा गुरदीप सिंह की फोटो नोटिस बोर्ड पर डिफाल्टरों की लिस्ट में लगा दी गई है. गुरदीप सिंह का कहना है कि सरकार विजय माल्या जैसे लोगों को परेशान नहीं करती है, लेकिन हम जैसे किसान जिनके पास छोटी देनदारी हैं और जो किश्त भी चुका रहे हैं, उनको बेइज्जत किया जा रहा है.

Advertisement

खबर है कि इन किसानों ने अगर कर्ज वापिस नहीं किया तो इनकी तस्वीरों के बोर्ड शहर के मेन चौक या सार्वजनिक स्थानों पर भी लग सकते हैं. डिफाल्टर किसानों के पास बैंकों के नोटिस पहुंचने शुरू हो गए हैं.

बैंक की इस कार्रवाई के खिलाफ तमाम किसान संगठन किसानों के पक्ष में आ गए हैं और कह रहे हैं कि अगर सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया और बैंकों ने यही रवैया रखा तो किसानों को आंदोलन की राह पर जाना होगा.

मुद्दा किसानों से जुड़ा है और पंजाब सरकार ने तमाम तरह के वादे किसानों से पहले ही कर रखे हैं, लिहाजा पूरे मामले पर राजनीति होना लाजमी है. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने इस सारे मसले पर पंजाब सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि सरकार ने जो वादा किया था, उसको निभाए. किसानों के कर्ज माफ करें, क्योंकि किसान पहले ही बदहाल है, लगातार खुदकुशी कर रहा है. प्रकाश सिंह बादल ने यह भी कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब हाथ में लेकर कर्ज माफ करने का जो वादा किया था, इसी वजह से किसानों का कर्ज भी लगातार बढ़ता जा रहा है और किसान इसको चुकाने में असमर्थ होता जा रहा है.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement