पंजाब में अमृतसर के एक गांव में हुए विस्फोट से सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं. राज्य में पिछले कुछ महीनों से संदिग्ध गतिविधियों को लेकर सुरक्षा एजेंसियां लगातार स्थिति पर नजर रख रही थीं. पंजाब में पिछले तीन महीनों में कश्मीरी, खालिस्तानी और पाक आतंकियों के आईएसआई के साथ साठगांठ की घटनाएं सामने आई हैं. इससे किसी न किसी प्रकार के हमले की आशंका जाहिर की जा रही थी.
14 सितंबर- जालंधर के मकसूदां थाने पर चार देसी बम फेंक कर हमला किया गया. जांच में पता चला कि कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन गजवत उल हिंद के चीफ जाकिर मूसा ने ये हमला करवाया था.
10 अक्टूबर-जालंधर के सी टी कॉलेज में कश्मीरी छात्रों से कथित तौर पर AK 56 राइफल और विस्फोटक पकड़ा गया. इनका संबंध भी जाकिर मूसा से निकला.
16 अक्टूबर- यूपी के शामली में एनकाउंटर के बाद हरियाणा और यूपी के तीन युवक पकड़े गए. इनसे पुलिस पर फायरिंग कर लूटी हुई इंसास राइफल मिली. इससे पंजाब में 7 अक्टूबर को प्रकाश सिंह बादल को पटियाला रैली में निशाना बनाने की साजिश का खुलासा हुआ.
1 नवंबर- पटियाला में खालिस्तान गदर फोर्स का आतंकी शबनमदीप सिंह पकड़ा गया. इसका टारगेट बस स्टैंड में भीड़ भरे इलाके में ब्लास्ट करना था.
14 नवंबर- 4 संदिग्धों ने पठानकोट के माधोपुर में जम्मू से किराए पर लाई गई इनोवा हथियारों के बल पर लूट ली. इसका अब तक सुराग नहीं लग सका है. इंटेलिजेंस एजेंसियों को इस इनोवा कार का आतंकी वारदात में इस्तेमाल करने का शक है.
15 नवंबर- दिल्ली से खुफिया एजेंसियों ने पंजाब पुलिस के काउंटर इंटेलिजेंस को 7 आतंकियों के फोटो रिपोर्ट जारी किए. यह जैश ए मोहम्मद के आतंकी हैं जो फिरोजपुर बॉर्डर से पंजाब में दाखिल होकर दिल्ली पहुंचकर हमला करने की कोशिश करने में लगे हैं. ये टेरर अलर्ट अभी भी जारी है.
16 नवंबर-पंजाब पुलिस को अलर्ट मिला कि कश्मीर का आतंकी जाकिर मूसा अमृतसर में देखा गया. जानकारी पुख्ता थी और पंजाब के पाकिस्तान से सटे तमाम जिलों में जाकिर मूसा के पोस्टर लगाकर जनता को जागरूक किया गया.
18 नवंबर- जाकिर मूसा के मूवमेंट के इनपुट के 2 दिन बाद ही अमृतसर के अजनाला राजा सांसी रोड पर निरंकारी डेरे में दो लोगों ने घुसकर ग्रेनेड अटैक कर दिया.
वरुण शैलेश / सतेंदर चौहान