कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा में आखिरी दिन था. आखिरी दिन था तो वे अपने पुराने दिनों को याद कर रहे थे. इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने एक घटना का जिक्र किया. जिसका जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी भी भावुक हो गए और उनका गला रुंध गया. प्रधानमंत्री द्वारा बताया गया कि कैसे गुलाम नबी आजाद एक बार एक आतंकी घटना के पीड़ितों से मिलते हुए रोने लगे थे. इस घटना के जिक्र होने के बाद खुद गुलाम नबी आजाद ने भी उस वाकये को सुनाया और सुनाते-सुनाते इमोशनल हो गए.
गुलाम नबी आजाद ने बताया कि साल 2007 में जब वे जम्मू-कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री थे. तब कुछ पर्यटकों पर एक आतंकी हमला हो गया. जिसमें कुछ बच्चों की जान भी चली गई. उनमें कुछ बच्चे गुजरात के भी थे. जब उन बच्चों के शव जम्मू-कश्मीर से गुजरात राज्य भेजे जा रहे थे तो गुलाम नबी आजाद उनसे मिलने हवाई अड्डे पहुंचे, उन्हें देखते ही पीड़ित परिवार फूट-फूटकर रोने लगे. आसपास के माहौल को देखकर गुलाम नबी आजाद भी रोने लगे. रोते-रोते गुलाम नबी आजाद पीड़ित परिवारों से माफ़ी मांगने लगे.
इस घटना की वीडियो भी अब समाचार एजेंसी ANI द्वारा जारी कर दी गई है. इस वीडियो में देखा जा सकता है किस तरह गुलाम नबी आजाद के आसपास कई बच्चे और महिला रो रही हैं जिन्हें देखकर गुलाम नबी आजाद की आंखों से भी आसूं निकलने लगते हैं.
वीडियो में गुलाम नबी आजाद अपने रूमाल से अपने आसूं पोंछते देखे जा सकते हैं. गुलाम नबी आजाद भावुक होकर पीड़ित परिवार से माफ़ी मागंते हुए कहते हुए हैं. ''हम आपको फल-फूल लेकर भेजना चाहते थे. लेकिन आपके बच्चों की लाशें भेज रहे हैं. बहुत अफ़सोस है. हमें माफ करना''
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