विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच चल रही आर-पार की जंग में एक और मुद्दा शामिल हो गया है. बंगाल की पुलिस ने बीजेपी नेता राकेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. राकेश सिंह की गिरफ्तारी बीजेपी युवा मोर्चा की नेता पामेला गोस्वामी की शिकायत के बाद हुई है. पामेला पहले ही इस मामले में गिरफ्तार हो चुकी हैं. आइए जानते हैं राकेश सिंह का इस पूरे केस के क्या कनेक्शन है और ये पूरा मामला क्या है.
19 फरवरी: बंगाल बीजेपी युवा मोर्चा की महासचिव पामेला गोस्वामी को 19 फरवरी को न्यू अलीपुर इलाके में कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पामेला यहां एक कैफे पर रुकी थीं जहां वो अक्सर आती थीं. पुलिस को ये जानकारी मिली थी कि पामेला लंबे समय से ड्रग ट्रैफिकिंग में शामिल हैं. 19 फरवरी को जब पामेला की कार यहां रुकी तो पुलिस ने चेकिंग की. पुलिस के मुताबिक, पामेला के बैग और कार की सीट से 100 ग्राम कोकीन बरामद हुई. पामेला के साथ उनकी कार में उनका एक दोस्त प्रोबीर कुमार डे और एक सुरक्षाकर्मी भी था. पुलिस ने पामेला और उनके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया.
पामेला की गिरफ्तारी ने सियासत में भूचाल ला दिया. टीएमसी खेमे से स्वर तेज होने लगे जबकि बीजेपी ने खामोशी अख्तियार कर ली. हालांकि, पामेला को जब न्यू अलीपुर पुलिस स्टेशन से कोलकाता पुलिस मुख्यालय लाया गया तो उन्होंने कार से चिल्लाते हुए गलत तरीके से फंसाए जाने की बात कही.
20 फरवरी: पामेला गोस्वामी को जब कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया गया तो यहां भी उन्होंने अपने खिलाफ साजिश की बात कही. पामेला ने मीडिया के सामने कहा कि मुझे गलत तरीके से साजिश में फंसाया गया है और मैं बीजेपी नेता राकेश सिंह की गिरफ्तारी की मांग करती हूं. पामेला ने CID जांच की भी मांग रखी.
राकेश सिंह की सफाई
पामेला के इसी बयान से सियासत ने और तूल पकड़ लिया क्योंकि अब एक और बीजेपी नेता का नाम इस केस में जुड़ गया. हालांकि, इसी दिन उन्होंने खुद को पाक-साफ बताया.
''मुझे नहीं पता पामेला ने क्यों मुझ पर आरोप लगाए हैं लेकिन मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं. पामेला ने इससे पहले भी फेसबुक व तमाम जगह भारती घोष स्वपन दासगुप्ता जैसे बड़े नेताओं पर आरोप लगाए हैं, यहां तक कि खुद पामेला के पिता ने पामेला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.''
इस बीच 20 फरवरी को पामेला को एनडीपीएस कोर्ट में पेश किया गया. पामेला की पुलिस कस्टडी मांगी गई और कोर्ट ने 25 फरवरी तक पामेला गोस्वामी को पुलिस कस्टडी में भेज दिया.
21 फरवरी: पामेला गोस्वामी के पिता का 2020 का एक लेटर सामने आया. 8 अप्रैल 2020 को ये लेटर कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को लिखा गया था. इस लेटर में पामेला के पिता ने लिखा था कि उन्हें ऐसा लगता है पामेला ड्रग एडिक्ट हो गई हैं और उसका दोस्त प्रवीर कुमार डे उसे ड्रग्स देता है, कृपया उसकी गतिविधियों पर नजर रखें. पामेला के पिता की इस अपील ने उनके खिलाफ सामने आये मामले को और मजबूती देने का काम किया.
दूसरी तरफ इसी दिन यानी सोमवार को राकेश सिंह ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर को खत लिखा और पुलिस के खिलाफ मानहानि का केस दायर करने की चेतावनी दी. राकेश सिंह ने इस खत में लिखा कि जब पामेला को गिरफ्तार किया गया तो उसने एक बार भी मेरा नाम नहीं लिया लेकिन पुलिस कस्टडी के बाद पामेला ने रातो-रात मेरा नाम उगल दिया. राकेश सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरा नाम लेने के लिए उस पर दबाव बनाया, ताकि मेरी छवि बिगाड़ी जा सके.
22 फरवरी: एक तरफ पामेला के आरोपों से राकेश सिंह तिलमिला गए तो दूसरी तरफ मामले की जांच तो और तेजी देने के मकसद से ये केस न्यू अलीपुर पुलिस स्टेशन से डिटेक्टिव डिपार्टमेंट को सौंप दिया गया. इसी दिन कोलकाता पुलिस की तरफ से भाजपा नेता राकेश सिंह को नोटिस भेजा गया और 23 फरवरी की शाम 4 बजे तक बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया. राकेश सिंह को CrPC की धारा 160 के तहत ये नोटिस भेजा गया था.
23 फरवरी: बीजेपी नेता राकेश सिंह ने कोलकाता पुलिस के नोटिस पर जवाब दिया और कहा कि वो आज बयान दर्ज कराने के लिए नहीं आ सकते हैं. इसके पीछे उन्होंने पार्टी कार्यक्रम का हवाला दिया और कहा कि वो दिल्ली में रहेंगे लिहाजा नहीं आ सके. राकेश सिंह ने ईमेल से भेजे गए जवाब में लिखा था कि वो 26 फरवरी के बाद ही पेश हो सकते हैं. राकेश सिंह का यह बयान कोलकाता पुलिस को रास नहीं आया और डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम ने देर रात वर्धमान जिले के गलसी से गिरफ्तार कर लिया.
राकेश सिंह की गिरफ्तारी उस वक्त की गई जब वो राष्ट्रीय राजमार्ग 2 पर दिल्ली की तरफ जा रहे थे. पुलिस ने नाके पर उन्हें रोका और गाड़ी व सिक्योरिटी समेत गलसी पुलिस स्टेशन ले आई. बुधवार रात लगभग सवा बजे कोलकाता पुलिस उनको लेकर कोलकाता रवाना हुई.
दूसरी तरफ इसी दिन कोलकाता CID राकेश के घर पर पहुंची थी और राकेश के बेटों के विरोध के बीच उनके घर की तलाशी ली गई थी. कानूनी कार्रवाई में खलल डालने के आरोप में दोनों बेटों को भी हिरासत में लिया गया था.
आज राकेश सिंह को एनडीपीएस कोर्ट में पेश किया जाना है. पामेला ने आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ साजिश हुई है और राकेश सिंह ने लोग भेजे थे और कोकीन रखवाया था. पामेला ने दावा किया है कि मेरे पास इसकी पुख्ता जानकारी है और मैंने 5 दिन पहले एक ऑडियो रिकॉर्ड किया था. पामेला ने कहा था कि ये मेरे खिलाफ साजिश है, जब जांच होगी तो सच सामने आ जाएगा. पामेला के आरोप पर ही राकेश सिंह को गिरफ्तार किया गया है. अब देखना होगा कि राकेश सिंह से पूछताछ में क्या सच सामने आता है.
aajtak.in