शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा के बीच सोमवार को सोशल मीडिया पर वार-पलटवार देखने को मिला.
प्रियंका चतुर्वेदी ने उत्तराखंड में बीजेपी विधायक के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली एक महिला के मामले में कार्रवाई करने के लिए महिला आयोग से कहा. जिस पर एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने प्रतिक्रिया जाहिर की.
प्रियंका चतुर्वेदी ने समाचार एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा, मैं NCW चेयरपर्सन रेखा शर्मा से आग्रह करती हूं कि वह नीचे दिए गए यौन उत्पीड़न मामले में स्वतः संज्ञान लें और दोषी के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करें. शिकायत करने वाली महिला का आरोप है कि उसे इस मामले को सलटाने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
इस पर जवाब देते हुए रेखा शर्मा ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, चिंता न करें. महाराष्ट्र के कई मामलों के उलट यहां केस दर्ज कर लिया गया है. जबकि महाराष्ट्र में FIR दर्ज कराने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. राज्यसभा सदस्य के तौर पर प्रियंका चतुर्वेदी महाराष्ट्र में एफआईआर दर्ज कराने में मदद करें और पुलिस को जांच करने दें जैसे उत्तराखंड में पुलिस कर रही है.
वहीं प्रियंका चतुर्वेदी ने भी पलटवार किया. प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, "राज्यसभा सदस्य के रूप में यह मेरा कर्तव्य है कि मैं आपको जागरुक करूं और आपसे यह अपेक्षा करूं कि आप अपनी जिम्मेदारी का पालन करें और एजेंडा सेट करके न चलें. एक प्राथमिकी के बावजूद महिला पर 'मामले को निपटाने' के लिए दबाव डाला जा रहा है. यह हमारी नजर में क्यों नहीं आता."
जिसके बाद रेखा शर्मा ने भी पलटवार किया. उन्होंने लिखा, "चिंता न करें. महिला सीधे मेरे पास आ सकती है, और उसके मामले को भी देखूंगी. मेरा अनुरोध है कि आप महाराष्ट्र से हैं, कई महिलाओं के लिए मददगार हो सकती हैं, पुलिस जिनकी बात नहीं सुनती है. मैं कुछ मामले आपके पास भेजती हूं. पहला संजय राउत के खिलाफ है. कंगना का नहीं है."
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