सोनिया गांधी के समर्थन में सलमान खुर्शीद, कहा- लीडरशिप पर फैसला लेने का उन्हें अधिकार

सलमान खुर्शीद ने कहा कि जिन नेताओं ने पत्र लिखे हैं उनकी सोनिया गांधी तक आसानी से पहुंच है. अगर वे चाहते तो अपनी बात सोनिया गांधी से मिलकर भी कह सकते थे. खुर्शीद ने कहा, यह बात स्पष्ट है कि जिन लोगों ने पत्र लिखे हैं वे पार्टी के अहम नेताओं में शामिल हैं. इसलिए सोनिया गांधी ने इशारे में कहा कि इन लोगों के लिए अच्छा होता कि वे अपनी बात पार्टी फोरम पर रखते.

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सलमान खुर्शीद सलमान खुर्शीद

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 30 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 4:25 PM IST
  • पत्र लिखने वाले नेताओं की मंशा पर सवाल
  • सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भरोसा
  • अध्यक्ष पद पर चुनाव की इतनी जल्दी नहीं

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि कांग्रेस के लिए किसी चुने गए अध्यक्ष की जरूरत नहीं थी क्योंकि सोनिया गांधी इस पद पर थीं. इसलिए उन्हें ही नेतृत्व के मुद्दे पर फैसला लेने का अधिकार भी था.

सलमान खुर्शीद पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं और गांधी परिवार के करीबी नेता माने जाते हैं. खुर्शीद ने समाचार एजेंसी पीटीआई से एक इंटरव्यू में कहा कि लोग उनसे संपर्क करते तब भी वे पत्र (बागी नेताओं के) पर दस्तखत नहीं करते. पत्र में सोनिया गांधी से संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव की मांग की गई थी. पत्र में पूर्णकालिक नेतृत्व की भी मांग उठाई गई थी.  

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गुलाम नबी आजाद के सवाल पर खुर्शीद ने कहा कि वे वर्षों तक कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में रहे हैं. वह भी तब अध्यक्ष पद के लिए कोई चुनाव नहीं हुए और पार्टी इसके बावजूद आगे बढ़ती रही. गुलाम नबी आजाद का नाम उन 23 नेताओं में शामिल है जिन्होंने पत्र पर दस्तखत किए हैं. इन नेताओं ने संगठन में बदलाव की मांग की है ताकि आने वाले समय में कांग्रेस सत्ता से बाहर न रहे. खुर्शीद ने कहा कि आजाद जो बदलाव आज चाह रहे हैं, पार्टी में कई साल से वह जारी है. खुर्शीद के मुताबिक कांग्रेस नेतृ्त्व आजाद की बात पर गौर करेगा क्योंकि वे काफी वरिष्ठ नेता हैं.
 

अध्यक्ष से मिलकर रखते बात

सलमान खुर्शीद ने कहा कि जिन नेताओं ने पत्र लिखे हैं उनकी सोनिया गांधी तक आसानी से पहुंच है. अगर वे चाहते तो अपनी बात सोनिया गांधी से मिलकर भी कह सकते थे. खुर्शीद ने कहा, यह बात स्पष्ट है कि जिन लोगों ने पत्र लिखे हैं वे पार्टी के अहम नेताओं में शामिल हैं. इसलिए सोनिया गांधी ने इशारे में कहा कि इन लोगों के अच्छा होता कि वे अपनी बात पार्टी फोरम पर रखते. खुर्शीद का बयान इस मायने में अहम है क्योंकि कुछ दिन पहले ही 23 नेताओं के ग्रुप ने कई मांगों को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखा है. पत्र में फुल टाइम लीडरशिप की मांग, प्रदेशों में पार्टी यूनिट को ज्यादा अधिकार देने और पार्टी के संविधान के मुताबिक कांग्रेस वर्किंग कमेटी में बदलाव करने की मांग की गई है.
 

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समय आने पर चुनाव

खुर्शीद ने कहा कि पत्र में अध्यक्ष पद की बात उठाई गई है. इस बारे में सोनिया गांधी कह भी चुकी हैं कि सही समय आने पर ऐसा किया जाएगा. खुर्शीद ने कहा, मेरे जैसे नेताओं के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी जैसे नेता हैं. इसलिए अध्यक्ष के चुनाव के लिए मुझे कोई जल्दी नहीं लगती. जब समय आएगा तो इस पद पर चुनाव कराया जाएगा. ऐसी क्या जल्दी थी जो पत्र में यह बात उठाई गई. सलमान खुर्शीद ने कहा, पार्टी में कोई पार्ट टाइम प्रेसिडेंट नहीं है. अध्यक्ष फुल टाइम है लेकिन अंतरिम है. वह भी कोई साधारण व्यक्ति नहीं बल्कि ऐसा अंतरिम अध्यक्ष, जिसने इस पर सबसे ज्यादा दिन सेवा दी है. इसलिए हमें उन पर भरोसा करना चाहिए और उन्हें जो सही लगे, वो कदम उठाने देना चाहिए.

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