मॉनसून सत्र का आगाज हंगामे के साथ हुआ है. पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में मंत्रियों का परिचय तक नहीं करा पाए. फोन टैपिंग के जरिए जासूसी का मामला ही पहले दिन छाया रहा. वहीं, कोरोना की भीषण त्रासदी, किसान आंदोलन, महंगाई, बेरोजगारी, पेट्रोल-डीजल के दाम, चीन और रफाल जैसे मुद्दों पर बवाल बाकी है.
फोन टैपिंग से जासूसी के मामले में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि मुझे सिर्फ इतना कहना है कि ये ऐसे मामले हैं, जिस पर सिर्फ सरकार कार्रवाई करती है. सोमवार को लोकसभा में केंद्रीय संचार मंत्री ने सरकार का पक्ष रखा और पार्टी ने भी अपना पक्ष रखा है. इसीलिए मुझे नहीं लगता है कि इसमें अलग से टिप्पणी करने की जरूरत है. मैं मानता हूं कि आरोप-प्रत्यारोप अलग बात है. सरकार ऐसे मामलों को डील करती है. लिहाज़ा, मुझे इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. मुझे नहीं लगा कि मेरा फ़ोन हैक हुआ है और लगना भी नहीं चाहिए. मैं इतना बड़ा आदमी हूं. हमारी सरकार ऐसा काम करेगी, इसका सवाल भी पैदा नहीं होता. मुझे लगता है कि सरकार को काम करने देना चाहिए. इससे ज़्यादा मुझे टिप्पणी नहीं करनी.
राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार का पूरा फोकस वैक्सीनेशन पर है. इस दिशा में बड़े स्तर पर काम चल रहा है. हमें अपने वैज्ञानिकों पर यकीन करना होगा, उन पर सवाल खड़े करने का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि जायडस कैडिला भारत की पहली डीएनए वैक्सीन होगी. जायडस ने अपनी वैक्सीन के तीन चरण के ट्रायल पूरे कर लिए हैं. उम्मीद है कि जायडस के 7 करोड़ डोज सितंबर-अक्टूबर तक बाजार में आ जाएंगे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि आपदा के वक्त में राजनीति नहीं होनी चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा है कि 130 करोड़ लोग एक साथ चलेंगे तो आगे बढ़ेंगे. हमें मिलकर चलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सदन में चर्चा के दौरान मैंने सुना कि जो कोरोना में अच्छा हुआ वो राज्य ने किया और जो खराब हुआ उसके लिए केंद्र जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि कोरोना से मौते के आंकड़े छुपाने का क्या कारण हो सकता है, ये जिम्मेदारी का विषय होता है. भारत सरकार आखिर क्यों आंकड़े छिपाएगी? ये आंकड़े राज्य द्वारा भेजे जाते हैं, फिर प्रधानमंत्री कैसे जिम्मेदार होंगे?
कोरोना पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि बिना सूचना के टिप्पणी करना काफी बुरा है लेकिन जानबूझकर झूठी कहानी तैयार करने का प्रयास किया जाता है तो यह और भी गंभीर मामला है. किसी भी भारतीय नागरिक की किसी भी कारण से मृत्यु (चाहे वो COVID या गैर COVID) खेद का विषय है. ये वायरस सबका दुश्मन है.
केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने अपना संबोधन शायराना अंदाज में किया. उन्होंने कहा कि मैंने गो कोरोना, कोरोना गो कहा था, लेकिन मुझे ही कोरोना हो गया था. लेकिन सरकार कोरोना खत्म करने के दिशा में बढ़िया काम कर रही है.
शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह चौकाने वाली बात है कि पीएम ने किसानों के मुद्दों पर चर्चा के लिए कोई बैठक नहीं बुलाई. गरीब किसान एक लड़ाई लड़ रहे हैं और सरकार उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज कर रही है. हम इस बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. बता दें कि PM मोदी ने आज कोरोना को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई है.
लोकसभा की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कोरोना को लेकर केंद्र पर जमकर निशाना साधा. वो वैक्सीनेशन के मुद्दे पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि वैक्सीन का संकट जारी है, लेकिन दावे बड़े-बड़े किए जा रहे हैं. वैक्सीनेशन सेंटर पर बुरा हाल है. कोरोना की दूसरी लहर में देश की जो हालत हुई उसके लिए केंद्र जिम्मेदार है.
राज्यसभा में आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि हमें एक माफीनामा भेजना चाहिए, जिनके घरवालों की लाशें गंगा में बह रही थीं. जो लोग इस महामारी में गए हैं, उनकी पीड़ा ही आंकड़ा है. मैं आज किसी दल की ओर से नहीं बोल रहा हूं, मैं आज लाखों के लिए बोल रहा हूं.
लोकसभा की कार्यवाही तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
नारेबाजी के बीच लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कोरोना पर अपनी बात रख रहे हैं. उन्होंने कोरोना में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद कोरोना की त्रासदी को लेकर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि इतने बड़े देश में कोरोना से कितने लोग मरे क्या ये रहस्य ही बना रहेगा? सरकार देश में कोरोना से 4 लाख से अधिक मौतों की बात बताती है. जो झूठे आंकड़े सरकार जारी कर रही है वो सत्य से दूर हैं. सरकार को मानना चाहिए वो कोरोना में पूरी तरह फेल रही. आरएसएस पर निशाना साधते हुए खड़गे ने कहा कि संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने 15 मई 2021 को कहा कि जो लोग चले गए वो मुक्त हो गए. आखिर सरकार का समर्थन करने वाले संघ की क्या नीति और मंशा है, ये इससे पता चलता है?
नए कृषि कानून को लेकर शिरोमणि अकाली दल ने लोकसभा परिसर में प्रदर्शन किया. इस दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को तख्ती दिखाई गई.
कोरोना पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में भाजपा सांसद स्वप्न दासगुप्ता ने कहा कि यह महामारी हमारे लिए लगातार सीखने वाला अनुभव रहा है.
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है. विपक्षी की ओर से लगातार नारेबाजी की जा रही है. सभापति कोविड पर चर्चा के लिए कह रहे हैं.
शिवसेना सांसदों ने लोकसभा स्पीकर से मुलाकात कर पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिंए संयुक्त संसदीय समिति ( JPC) बनाने की मांग की है.
पेगासस विवाद पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बीजेपी सरकार लोकतंत्र के बजाए जासूसी तंत्र चला रही है. हमारे नेता राहुल गांधी की भी जासूसी की गई है. गृहमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. सरकार को जवाब देने के साथ न्यायिक जांच बिठानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जो सरकार के खिलाफ है उन सब की जासूसी की गई है. सरकार को जवाब देना पड़ेगा, लेकिन सरकार चर्चा भाग रही है. (इनपुट- अशोक सिंघल)
12 बजे दोबार शुरू हुई राज्यसभा की कार्यवाही फिर से स्थगित कर दी गई है.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि पहले डिस्कसन उसके बाद प्रेजेंटेशन. अगर वे डिस्कसन नहीं चाहते और सभी सांसदों को प्रेजेंटेशन देना है तो सेंट्रल हाल में दें. अगर कोविड की वजह से आप एक ही जगह नहीं बैठा सकते तो 2 दिन कर सकते हैं या सुबह शाम एक दिन में भी कर सकते हैं.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि सरकार और पेगासस मुद्दे के बीच कोई संबंध नहीं है. फिर भी यदि विपक्ष के नेता उचित प्रक्रिया के माध्यम से इस मुद्दे को उठाना चाहते हैं तो उठाएं. इस मुद्दे पर पहले ही संचार मंत्री अश्निनी वैष्णव बयान दे चुके हैं.
पेगासस जासूसी विवाद पर सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास टीएमसी सांसदों ने प्रदर्शन किया.
मॉनसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत जोरदार हंगामे के साथ हुई है. महज 4 मिनट चली लोकसभा की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. वहीं, राज्यसभा को 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है. सत्र का पहला दिन भी हंगामेदार रहा था. आज भी पेगासस का मुद्दा गरमाया हुआ है.
बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में पीएम मोदी भी शामिल थे. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस आरोपों की राजनीति करती है. इसलिए कई राज्यों में खत्म होती जा रही है. कांग्रेस पार्टी को अपने विचार तक की चिंता नहीं है.
पहले दिन हंगामा इतना हुआ कि केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव को सफाई देनी पड़ी. अश्विनी वैष्णव ने फोन टैपिंग से जासूसी के आरोप को गलत बताया. अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि डेटा का जासूसी से कोई संबंध नहीं है. जो रिपोर्ट पेश की गई है, उसके तथ्य गुमराह करने वाले हैं. इस आरोप का कोई आधार नहीं है. इस तरह के आरोप पहले भी लगाए जा चुके हैं. केंद्रीय संचार मंत्री ने कहा कि एनएसओ इस तरह के आरोप को पहले भी खारिज कर चुका है.
मॉनसून सत्र का आगाज हंगामे के साथ हुआ है. पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में मंत्रियों का परिचय तक नहीं करा पाए. फोन टैपिंग के जरिए जासूसी का मामला ही पहले दिन छाया रहा. वहीं, कोरोना की भीषण त्रासदी, किसान आंदोलन, महंगाई, बेरोजगारी, पेट्रोल-डीजल के दाम, चीन और रफाल जैसे मुद्दों पर बवाल बाकी है.
आज मॉनसून सत्र-2021 का दूसरा दिन है. सुबह 11 बजे से संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होगी. सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा, आज भी पेगासस के मुद्दे को विपक्ष उठाने की तैयारी में है. वहीं फोन टैपिंग के जरिए जासूसी (pegasus issues) के मामले में राज्यसभा में संचार मंत्री अश्विन वैष्णव बयान देंगे.