बिहार में पंचायत सूचना की अधिसूचना जारी होते ही प्रत्याशी अपने वोटरों को लुभाने का नया-नया तरीका अपना रहे हैं. कोविड महामारी में प्रत्याशी अपने वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए वोटर को वैक्सीन सेंटर तक पहुंचा रहे हैं. साथ ही लंबी लाइन का भी खुद ही कष्ट उठा रहे हैं.
भारत सरकार द्वारा सभी 18 +के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की जागरूकता के बाद भी हजारों लोग अभी भी वैक्सीन नहीं ले पाए हैं पर अब सरकार के इस मुहिम में पंचायत चुनाव काफी कारगर साबित हो रहे हैं. रक्सौल प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने मात्र तीन जगहों पर वैक्सीन सेंटर बनाया है जहां रोज बड़ी संख्या में शहर सहित ग्रामीण इलाके की महिला एव पुरुष दिख रहे हैं.
रक्सौल नगर परिषद में स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही शत-प्रतिशत वैक्सीन देने की बात कर चुका है जिससे प्रतिदिन दिए जाने वाली वैक्सीन में अधिकतर ग्रामीण ही नजर आते हैं जो अपनी स्वेच्छा या प्रत्याशियों के सहयोग से वैक्सीन सेंटर पहुंच रहे हैं.
रक्सौल के आर्य कन्या माध्यमिक स्कूल के वैक्सीन सेंटर पर आई महिला बबिता देवी, गीता देवी ने बताया कि यहां ये कई बार खुद आई पर काफी भीड़ एव लंबी लाइन होने से ये वापस चल गई पर आज उन्हें एक प्रत्याशी के सहयोग से वैक्सीन दिलाई गई है. प्रत्याशियों के सहयोग से लोग वैक्सीनेटेड हो रहे हैं और अपने को सुरक्षित कर रही हैं.
इस केंद्र के मेडिकल अधिकारी सेराज अहमद एव मॉनिटरिंग एंड मोबाइलाइजेशन कर रहे बीएमसी यूनिसेफ के अनिल कुमार ने भी माना कि पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद पंचायत से बड़ी संख्या में महिलाएं, प्रत्याशियों के सहयोग से वैक्सीन ले रही हैं.
इस केंद्र पर नर्सिंग स्टाफ की निक्की कुमारी, मिंटी कुमारी, रक्षा भारुकी, केयर इंडिया प्रखंड प्रबंधक सूरज कुमार, सामुदायिक स्वास्थ्य समन्वयक संदीप कुमार सहित स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी डॉक्टर एव स्थानीय पुलिस प्रशासन सहयोग कर रहे हैं जिससे कि रक्सौल शत प्रतिशत वैक्सीनेटेड शहर बन जाए.
(इनपुट- रक्सौल से गणेश शंकर की रिपोर्ट)
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