एनसीपी (NCP) सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) ने आज सुबह दिल्ली (Delhi) में पीएम मोदी (PM Modi) से मुलाकात की. पीएम मोदी और शरद पवार के बीच यह बैठक (Meeting) करीब एक घंटे तक चली. इस मुलाकात के बाद चर्चाएं तेज हैं. पिछले महीने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी पीएम मोदी से मुलाकात की थी. शरद पवार और पीएम मोदी की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है.
शरद पवार ने पीएम मोदी से मीटिंग को लेकर कहा कि यह आधिकारिक मुलाकात थी. इसमें कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को लिखे गए पत्र के संबंध में उन्होंने पीएम से मिलने का समय मांगा था.शरद पवार ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था जिसमें को ऑपरेटिव बैंकों की आरबीआई द्वारा निगरानी के मसले का जिक्र किया गया था. पवार ने पीएम मोदी से कहा कि यह राज्य के अधिकारों में दखल देने जैसा है. को ऑपरेटिव बैंक राज्य सरकार के तहत आते हैं.
हाल ही में केंद्र ने सहकारिता मंत्रालय बनाया है जिसकी कमान अमित शाह को सौंपी गई है. एनसीपी चीफ ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि सहकारी बैंकों के अस्तित्व और उनके सहकारी स्वरूप की रक्षा की जानी चाहिए. पवार ने यह भी कहा कि उन्होंने भारत में कोरोना के हालात को लेकर भी चर्चा की. रविवार को पीएम मोदी ने इस मसले पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है. पवार भी इस मीटिंग में शामिल होंगे. पवार ने साल 2019 से पीएम मोदी से अकेले मुलाकात नहीं की थी. वह जब पीएम मोदी से संसद में मिल थे तो उन्होंने कहा था कि एनसीपी बीजेपी के साथ सरकार नहीं बना सकती है.
गौरतलब है कि दो दिन पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शरद पवार से उनके घर पर मुलाकात की थी. इसके बाद 16 जुलाई को शरद पवार केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिले थे. पीएम मोदी से इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहा हैं.
कमलेश सुतार / साहिल जोशी