प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को G-20 का लोगो, थीम और वेबसाइट जारी की. भारत 1 दिसंबर से G-20 की अध्यक्षता करेगा. उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है. उन्होंने कहा कि जारी किए गए इस लोगो में कमल का फूल भारत की पौराणिक धरोहर, हमारी आस्था, हमारी बौद्धिकता को चित्रित कर रहा है.
उन्होंने कहा कि इस लोगो और थीम के जरिए हमने एक संदेश दिया है. युद्ध के लिए बुद्ध के जो संदेश हैं, हिंसा के प्रतिरोध में महात्मा गांधी के जो समाधान हैं, G20 के जरिए भारत उनकी वैश्विक प्रतिष्ठा को नई ऊर्जा दे रहा है.
उन्होंने कहा कि G-20 का यह Logo केवल एक प्रतीक चिह्न नहीं है. यह एक संदेश है. यह एक भावना है, जो हमारी रगों में है. यह एक संकल्प है, जो हमारी सोच में शामिल रहा है. उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम् के मंत्र के जरिए विश्व बंधुत्व की जिस भावना को हम जीते आए हैं, वह विचार इस लोगो और थीम में झलक रहा है.
विश्व की 85% जीडीपी का जी-20 के देश करते हैं प्रतिनिधित्व
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में देश के सामने ये G-20 की अध्यक्षता का कितना बड़ा अवसर आया है. यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है, उसका गौरव बढ़ाने वाली बात है. उन्होंने कहा कि G-20 ऐसे देशों का समूह है, जिनका आर्थिक सामर्थ्य विश्व की 85% जीडीपी का प्रतिनिधित्व करता है, जो विश्व के 75 फीसदी व्यापार का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमें विश्व की दो तिहाई जनसंख्या समाहित है. भारत अब इस G-20 समूह का नेतृत्व करने जा रहा है.
दिसंबर में समिट की अध्यक्षता संभालेगा भारत
G20 शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर को इंडोनेशिया के बाली में होगा. इसमें पीएम मोदी समेत शीर्ष नेता शामिल होंगे. भारत 1 दिसंबर को मौजूदा अध्यक्ष इंडोनेशिया से शक्तिशाली समूह G 20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा. G20 यानी 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है. इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं.
पंजाब में भी तैयारी तेज, मार्च में होगी समिट
जी-20 सम्मेलन का आयोजन पंजाब के अमृतसर में अगले साल मार्च में किया जाएगा. इसको लेकर पंजाब सरकार अभी से तैयारियों में जुट गई है. वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री ने इस सम्मेलन को लेकर कई उम्मीदें हैं और उनका दावा है कि इससे पंजाब में निवेश आएगा और नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे.
पिछले दिनों सीएम ने कहा था कि इस वैश्विक समागम की सफलता के लिए व्यापक स्तर पर इंतजाम किए जाएंगे. समागम की सफलता को यकीनी बनाने के लिए पवित्र शहर को प्रशासनिक आधार पर पांच प्रमुख सेक्टरों में बांटा जाएगा. पुख्ता प्रबंधन के लिए राज्य के सिवल और पुलिस प्रशासन के सीनियर अधिकारियों को इन सैक्टरों में तैनात किया जाएगा.
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