कोरोना संकट को लेकर राहुल गांधी ने पीएम मोदी और अमित शाह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना से जो स्थिति है, उससे पूरी दुनिया के देश हिल गए हैं. राहुल ने कहा कि पीएम मोदी अब संकट को लेकर गेंद राज्य सरकारों के पाले में डाल रहे हैं. जब कोरोना की दूसरी लहर देश में आ रही थी तो उन्होंने इस बात का क्रेडिट लिया था कि हमने कोरोना के खिलाफ जंग जीत ली है.
'आत्मनिर्भर रहना ध्येय हो गया है. कोई आपकी मदद के लिए आगे नहीं आने वाला, निश्चित रूप से प्रधानमंत्री भी नहीं आने वाले.' राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार के लिए कोरोना संकट नियंत्रण से पूरी तरह से बाहर हो गया है. आश्चर्य है कि क्या यह राज्यों और नागरिकों को सही मायने में 'आत्मानिर्भर' बनाने का उनका तरीका था.
राहुल गांधी ने कहा कि ये कोरोना की लहर नहीं है, सुनामी है. इसमें पीएम मोदी की गलती है. भारत इस समय तूफान में फंसी जहाज की तरह है जिसके पास कोई जानकारी नहीं है. केंद्र सरकार को कई चेतावनी दी गई थी लेकिन सरकार ने इसे नजरअंदाज किया. राज्यों को शक्तिहीन बना दिया गया था और अब उनसे कहा जा रहा है कि इस स्थिति से खुद निपटें. सरकार को डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे कि वैक्सीन उत्पादन को तेजी मिले लेकिन सरकार अनिवार्य लाइसेंसिंग का आह्वान नहीं कर रही है.
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार स्थिति समझने में और इस महामारी को नियंत्रित करने में पूरी तरह से फेल हो गई है. सरकार शुरू से असफल रही है जबकि वैज्ञानिकों ने लगातार चेतावनी जारी की थी. राहुल गांधी ने कहा कि बढ़ते मामलों को सरकार ने इग्नोर किया और चुनाव में जुटी रही. इन लोगों ने सुपर स्प्रेडर इवेंट को बढ़ावा दिया इतना ही नहीं ऐसे आयोजनों की बखान भी की.
आनंद पटेल