राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद में मीडिया की एंट्री को लेकर राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को पत्र लिखा है. उन्होंने संसद में मीडिया की एंट्री से बैन हटाने की मांग की है.
पत्र में कहा गया है कि मीडिया के कुछ लोगों को प्रेस गैलरी में जाने की इजाज़त है. जबकि वरिष्ठ पत्रकार सेंट्रल हॉल नहीं जा पा रहे हैं. उन्हें संसद के सदस्यों से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है. नए प्रतिबंध लगाए गए हैं जिससे लोकतंत्र के इस मंदिर से मीडिया को पूरी तरह से बाहर कर दिया गया है.
शीतकालीन सत्र में संसद राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र है. ऐसे में सदन में उठाए गए सभी ज्वलंत मुद्दों को लोगों तक पहुंचाने का काम मीडिया ने बहुत ही ज़िम्मेदारी से किया है. इसलिए मीडिया की अहमियत को ध्यान में रखते हुए, संसद में मीडिया को खुले तौर पर प्रवेश दिया जाना चाहिए. कई वरिष्ठ पत्रकारों और मीडिया संस्थानों ने इस विषय को कई बार सांसदों और स्पीकर के सामने रखा है.
प्रेस गैलरी में कोविड के नियमों का ध्यान रखते हुए ही पत्रकारों के बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए. हालांकि, मीडिया को संसद परिसर के बाहर ही रोक देना और सेंट्रल हॉल और लाइब्रेरी तक न आने देने को स्वीकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने सभापति से इस मामले को हल किया जाने का आग्रह किया है जिससे मीडिया बिना किसी पाबंदी के, पहले की तरह ही अपना काम कर सके.
हिमांशु मिश्रा / पॉलोमी साहा