पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 निर्दोष नागरिकों और शहीद आईबी अधिकारी मनीष रंजन मिश्र को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ संसद में बहस की शुरुआत हुई. इस कायराना हमले के बाद विपक्ष ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी, जिस पर लगभग 100 दिन बाद चर्चा प्रारंभ हुई. बहस के दौरान, एक सदस्य ने सरकार की विदेश नीति और आतंकी हमलों से निपटने के तरीके पर गंभीर सवाल उठाए.