जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS Hospital) में 5 अक्टूबर को देर रात आग लगने से आठ मरीजों की मौत हो गई. इस घटना के बाद राजस्थान सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है. पीड़ित परिवारों का आरोप है कि आग लगने के बाद अस्पताल का स्टाफ मरीजों को बचाने के बजाय खुद अपनी जान बचाकर भाग गया, जबकि उनके पास मरीजों को सुरक्षित निकालने के लिए 20 मिनट का समय था. देखें अस्पताल आग्निकांड का पूरा विश्लेषण.