RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारतीय संस्कृति में श्रद्धा, विश्वास, भाव और अपनापन के महत्व पर केंद्रित है, जिसमें वक्ता बताते हैं कि भारत का आधार कर्मवीर और तर्कवीर दोनों हैं, लेकिन जीवन श्रद्धा और विश्वास पर चलता है.