विजयादशमी के दिन एक तरफ तो देशभर में रावण दहन किया जाता है, वहीं झारखंड के चक्रधरपुर में, आजादी के संग्राम से जुड़ी एक अनूठी परंपरा निभाई जाती है. हजारों की संख्या में लोग हाथों में जलती हुई मशाल लिए सड़कों पर दौड़ते नज़र आते हैं, और इनके पीछे भक्तों के कंधे पर होती है, कई टन भारी माँ दुर्गा की मूर्ति. कई टन की मूर्ती को कंधे पर लिए, जब भक्त जय मां दुर्गे के नारे लगाते हैं, तो शहरवासियों को अठारह सौ सत्तावन के गदर का वो दृश्य याद आ जाता है, जब इनके राजा ने, दुर्गो उपासना की परंपरा निभाते हुए अंग्रेजों से लोहा लिया था. अगर आपको विजयादशमी का ये अद्भुत नज़ारा देखना है, तो आपको विजयादशमी के दिन, झारखंड राज्य के छोटे से शहर, चक्रधरपुर आना होगा.