भगौड़े जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान जारी किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि नाइक भारत में कई मामलों में आरोपी है और भगोड़ा है. ओमान से उसके प्रत्यर्पण के प्रयास जारी हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने इस मामले को ओमान सरकार और ओमान के अधिकारियों के साथ उठाया है. हम उसे भारत में न्याय का सामना करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करना जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि भारत के अन्य देशों के साथ आवश्यक प्रत्यर्पण संधियों की सूची सार्वजनिक डोमेन में है.
रमजान के महीने में दो धार्मिक लेक्चर
जाकिर नाइक को रमजान के महीने में दो धार्मिक लेक्चर देने के लिए मस्कट में ओमान सरकार द्वारा आमंत्रित किया गया है. वह भारत में मनी लॉन्ड्रिंग के हेट स्पीच के कई आरोपों का सामना कर रहा है. समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए जाने जाने वाला नाइक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) का संस्थापक और अध्यक्ष है. मौजूदा समय में वह 2017 से मलेशिया में रह रहा है. 23 मार्च और 25 मार्च को ओमान में उसके दो अलग- अलग लेक्चर देने की संभावना है.
हाल ही में किया गया था ट्वीट
हाल ही में ओमान के बंदोबस्ती और धार्मिक मामलों के मंत्रालय (एमईआरए) द्वारा ऑनलाइन जारी एक बयान में कहा गया, “इफ्ता कार्यालय में इस्लाम और सांस्कृतिक आदान-प्रदान विभाग द्वारा मंत्रालय, उपदेशक डॉ जाकिर नाइक द्वारा एक व्याख्यान आयोजित कर रहा है. ओमान सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र (मदिनत अल-इरफान थियेटर) में गुरुवार, रमजान 1, 1444 एएच (23 मार्च, 2023) की शाम को "पवित्र कुरान एक वैश्विक आवश्यकता है" शीर्षक वाला व्याख्यान आयोजित किया जाएगा. ”
उसका पीस टीवी नेटवर्क बांग्लादेश, कनाडा, श्रीलंका और यूके में भी प्रतिबंधित
बता दें कि जाकिर नाइक, 2016 में तब भारत से भाग गया, जब उसके संगठन आईआरएफ पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और उसका नाम एक FIR में दर्ज किया गया था. 2019 में उन पर मलेशिया में सार्वजनिक भाषण देने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था. भारत के अलावा, उसका पीस टीवी नेटवर्क बांग्लादेश, कनाडा, श्रीलंका और यूके में भी प्रतिबंधित है. नाइक भारत और विदेशों में मुस्लिम युवाओं और आतंकवादियों को आतंकवादी कार्य करने के लिए प्रेरित करता रहा है.
अक्षय डोंगरे