दिल्ली में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है और सोमवार सुबह से आसमान पर काले बादलों का पहरा है. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-NCR में अगले दो दिनों तक बारिश के आसार हैं. इस संभावना को देखते हुए विभाग ने दिल्ली एनसीआर इलाके में येलो अलर्ट जारी किया है. हालांकि, बुधवार के लिए विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली एनसीआर कुछ इलाकों में 28 अगस्त तक भारी बारिश हो सकती है.
आधे से ज्यादा हिंदुस्तान में मूसलाधार आफत बरस रही है. राजस्थान में और मध्य प्रदेश में बीते दो दिनों में सबसे ज्यादा तबाही मची है. उधर पहाड़ों में भूस्खलन से मुसीबतें इतनी बढ़ गई हैं कि लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है जिसकी वजह से मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, ओडिशा, बिहार और झारखंड समेत कई राज्यों में इस महीने के आखिर तक भारी बारिश हो सकती है.
यूपी के 16 जिलों में बाढ़ का कहर
उत्तर प्रदेश के कई ज़िले प्राकृतिक आपदा की चपेट में है. सूबे के 16 जिलों में बाढ़ का कहर टूटा है. हजारों लोग विस्थापित होकर तटबंधों पर शरण लेने पर मजबूर हैं. गांव के गांव जलाशय में तब्दील हो गए हैं. यूपी में मूसलाधार बारिश के बाद गंगा और सरयू जैसी नदियां उफान पर हैं. राज्य के 16 जिले बाढ़ का कहर झेल रहे हैं. गांव में बाढ़ का पानी घुसने के बाद हजारों लोगों ने तटबंधों में शरण ली है. सरयू का सितम गोंडा जिले में ऐसा टूटा है मानो नदी महासागर में तब्दील हो गई हो.
गुजरात में अलर्ट
गुजरात में मूसलाधार बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. अधिकारियों ने बताया कि राज्य में 14 बांधों के लिए अलर्ट जारी किया गया है, वहीं बारिश के कारण अधिक जल प्रवाह के बाद 17 बांधों के लिए चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग ने उत्तर, दक्षिण और पूर्वी-मध्य गुजरात तथा सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कई जिलों में मंगलवार सुबह तक भारी से अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है.
मांडवी में 21 गांवों को खतरा
दक्षिण गुजरात में फिर से मूसलाधार बारिश का सिलसिला शुरू हो गया. सूरत के आदिवासी बाहुल्य उमरपाड़ा इलाके में मोहन नदी उफान पर है. नदी का पानी रिहायशी इलाकों में भर रहा है. लगातार बारिश और नदी में उफान के बाद आमली डैम से 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. मांडवी तहसील के 21 गांवों को अलर्ट किया गया है निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान में जाने को कहा गया है.
कालका-शिमला हाइवे पर खतरा
हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के बाद कालका शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर खतरा बढ़ गया है. बड़े बड़े बोल्डर सड़क पर गिर रहे हैं जो मुसाफिरों के लिए मुश्किल का सबब बने हुए हैं. सोलन से शिमला तक फोरलेन सड़क बनाने का काम चल रहा है लेकिन पहाड़ों के दरकने और पत्थर टूटकर गिरने से इसका काम भी प्रभावित हुआ है.
बादल फटने से गुल हुई बत्ती
उत्तरकाशी जिले के सोतरी बुग्याल में बादल फटने से भारी तबाही मची है. सबसे ज्यादा नुकसान बडियार हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट की 5 मेगावाट परियोजना को हुआ है, जहां पहाड़ों से आया मलबा भरने से बिजली उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया है. टरबाइन और इलेक्ट्रिक पैनल को भी भारी नुकसान पहुंचा है.
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाइवे बंद
उत्तराखंड में भारी बारिश का सिलसिला थम नहीं रहा. जिसकी वजह से छोटी बड़ी नदियां और पहाड़ी नाले उफान पर हैं. मूसलाधार बारिश की वजह से ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक भारी भरकम चट्टान हाईवे पर आ गिरी. इसकी वजह से नेशनल हाईवे 58 पर रास्ता बंद हो गया.
बिहार में खतरे की घंटी
कोसी, गंडक और बागमती नदी के बाद अब गंगा भी बिहार में खतरे की घंटी बजा रही है. पटना के गांधी घाट में गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. पटना में गंगा किनारे बने कृष्णा और कॉलेजिएट घाट पूरी तरह से लबालब भर गए हैं. बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हाथीदह और कहलगांव में गंगा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है.
ऐसे में अगर बारिश का सिलसिला नहीं थमता तो पटना शहर में भारी जलभराव हो सकता है क्योंकि शहर का ड्रैनेज सिस्टम इसे संभालने में सक्षम नहीं है. पिछले साल भी पटना में जबरदस्त जलभराव के बाद शहर टापू में तब्दील हो गया था.
राजस्थान में नदियों का रौद्र रूप
राजस्थान के बांसवाड़ा में वाकड़ी नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. सड़क के ऊपर से बहती नदी को सीमेंट से भरे एक ट्रॉले ने पार करने की हिमाकत की और देखते ही देखते वो नदी की धार में समा गया. गनीमत रही की ड्राइवर और हेल्पर को बचा लिया गया.
अस्थि विसर्जन करने आए 5 लोग बहे
राजस्थान में बांसवाड़ा के सज्जनगढ़ में 5 लोग नदी की तेज धार में बह गए. रेस्क्यू टीम सिर्फ एक शव बरामद कर पाई, बाकी 4 लोगों का कुछ पता नहीं चल पाया. दरअसल करीब 56 लोग अस्थि विसर्जन करने गए थे. जिनमें 6 लोगों का एक ग्रुप नदी की बीच धार में फंस गया जिनमें सिर्फ एक शख्स ही तैरकर नदी की तेज धार को पार कर पाया बाकी 5 पानी में बह गए.
MP में NH-12 बंद
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं. जयपुर से जबलपुर तक जाने वाला नेशनल हाईवे 12 को बंद करना पड़ा है . यहां बारना नदी का पानी सड़क के ऊपर से बह रहा है. जिसकी वजह से हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार लगी है.
48 घंटे तक नदी के बीच फंसे रहे पुजारी
भारी बारिश के चलते मध्य प्रदेश के गुना में पार्वती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. मधुसूदनगढ़ में गोघरा घाट में मंदिर के दो पुजारी और दो श्रद्धालु नदी के बीच में फंस गए. पुजारी ने मोबाइल से इसकी जानकारी सरपंच को दी तबतक नदी का पानी और खतरनाक हो चुका था. इसके बाद आपदा प्रबंधन की टीम पहुंची और काफी मशक्कत के बाद दोनों पुजारियों और श्रद्धालुओं को खोजा तब कहीं जाकर 48 घंटे बाद उन्हें निकाला गया.
मध्य प्रदेश के आगर मालवा में मूसलाधार बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं. यहां सड़क के ऊपर से उफनते नाले को पार करने की कोशिश में एक बाइक सवार की बाइक तेज बहाव में बह गई. हालांकि, वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने दौड़कर बाइक सवार को बहने से बचाया.
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