Weather Forecast, Monsoon Live News Updates in Hindi: मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक उत्तराखंड (Uttarakhand Weather Alert) में अगले 5 दिन मॉनसूनी बदल बरसेंगे. भारी बारिश की संभावना (Monsoon Rain) को देखते हुए विभाग ने राज्य के 5 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं महाराष्ट्र (Maharashtra Weather Forecast) में बादल काल बनकर बरस रहे हैं. यहां बारिश और लैंडस्लाइड (Death In Landslide) से अब तक 192 लोगों की मौत हो चुकी है. सोमवार को 28 और शव निकाले गए हैं.
राजस्थान के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है. बारां में बारिश के बाद नदियां उफान पार हैं, जिसके कारण 18 गांव टापू बन गए हैं. कर्नाटक में भी कृष्णा नदी उफान पर है और इसकी वजह से 20 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. इधर, दिल्ली-एनसीआर (DELHI RAIN) में भी मंगलवार को हुई बारिश के बाद नोएडा, गुरुग्राम और दिल्ली में जगह-जगह जलजमाव होने लगा है.
भारत मौसम विज्ञान विज्ञान (IMD) ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. आईएमडी के भोपाल केन्द्र के मुताबिक ऑरेंज अलर्ट ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, भिंड, राजगढ़, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और टीकमगढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के लिए जारी किया गया है.
जुलाई के अंत तक एक और अच्छी बारिश होने की उम्मीद है क्योंकि 28 जुलाई को बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. मौसम विभाग द्वारा जारी हरे से लाल रंग में अलर्ट के अपने अपने मायने होते हैं. ग्रीन अलर्ट का मतलब बिना कोई चेतावनी है तथा येलो अलर्ट अधिकारियों को स्थिति पर निगाह रखने तथा ओरेंज अलर्ट भारी से बहुत भारी बारिश और रेड अलर्ट बेहद भारी बारिश की चेतावनी देता है.
अगले 2 घंटों के दौरान फिरोजाबाद, टूंडला, जलेसर, एटा, काशगंज और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश होगी. वहीं, उत्तर-दिल्ली, उत्तर-पश्चिम-दिल्ली, पूर्वोत्तर-दिल्ली, खरखोदा, महम (हरियाणा), गन्नौर, बागपथ, खेकरा, लोनी-देहात, हस्तिनापुर, कटरौली, सियाना, बड़ौत (यूपी) के अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में बारिश का दौर अभी जारी रहने की संभावना है, जिसके चलते कोटा, जयपुर, अजमेर संभाग तथा शेखावटी क्षेत्र के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने और एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने का अनुमान है. मंगलवार को भरतपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश तथा एक-दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम केंद्र के अनुसार, 28 से 30 जुलाई के दौरान मानसून द्रोणिका रेखा के हिमालय की ओर खिसकने से बारिश का स्तर कम हो सकता है.
राजस्थान के अनेक इलाकों में बीते चौबीस घंटे में भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई है. इस दौरान गागरोन में सर्वाधिक 250 मिमी बारिश दर्ज की गई. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, पिछले 24 घंटे में झालावाड़ के गागरोन में सर्वाधिक 250 मिमी (अत्यंत भारी) बारिश दर्ज की गई. इस दौरान पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन में 205 मिमी बारिश हुई. झालावाड़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, सिरोही, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, उदयपुर, राजसमंद तथा पाली जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई.
गुजरात में पिछले 24 घंटे में अधिकतर हिस्सों में बारिश हुई, जिससे अनेक स्थानों पर जलभराव हो गया और नुकसान पहुंचा है. बारिश के कारण राज्य के 56 रूट्स को बंद कर दिया गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ताजा पूर्वानुमान में अगले 24 घंटों में कुछ जिलों के दूर दराज के इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है और मछुआरों को अरब सागर में 29 जुलाई तक मछली पकड़ने के लिए नहीं जाने का सुझाव दिया है.
महाराष्ट्र में बाढ़ और भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति के कारण खासकर कोंकण और राज्य के पश्चिमी हिस्सों में भारी मात्रा में नुकसान हुआ है. यहां कुल 290 सड़कों की मरम्मत की जानी है, 469 सड़कों को वाहनों के आवागमन के लिए बंद किया गया है, जबकि 800 पुल और 14,737 बिजली के ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति जल्द से जल्द बहाल करने का निर्देश दिया है.
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में सोमवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई, जबकि मौसम विभाग ने 30 जुलाई तक राज्य में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने लोगों को किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए आने वाले दिनों में पहाड़ी राज्य में नदियों और अन्य जल निकायों के पास नहीं जाने की सलाह दी केन्द्र ने अगले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़, भूस्खलन और पेड़ों के उखड़ने की चेतावनी भी दी.
राज्य में 27 और 28 जुलाई को बहुत भारी बारिश का अनुमान जताते हुए 'रेड' अलर्ट जारी किया गया है, 29 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट और 30 जुलाई को मध्यम से भारी बारिश के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया गया है. मौसम कार्यालय ने बताया कि राज्य में अधिकतम तापमान ऊना में 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. कार्यालय ने बताया कि लाहौल और स्पीति के प्रशासनिक केंद्र केलांग में जनजातीय जिले में न्यूनतम तापमान 15.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग ने दिल्ली एनसीआर में अगले कुछ घंटों में भारी बारिश की संभावना जताई है.
अगले 3 दिनों के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में व्यापक वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है और 29 जुलाई से इस क्षेत्र में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है. पिछले दो सप्ताह में महाराष्ट्र में भूस्खलन और बाढ़ के कारण कई लोगों की जान चली गई है.
भयंकर गर्मी और उमस से दिल्ली वाले परेशान थे, लेकिन आज सुबह दिल्ली-एनसीआर में हुई झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. दिल्ली में मंगलवार को हुई बारिश के बाद आरके पुरम, इंडिया गेट, शांति पथ और कनॉट प्लेस का पूरा इलाका पानी पानी हो गया. सड़कों पर पानी भर गया.
ट्रैफिक की आवाजाही में भी अवरोध रहा. पिछले कुछ दिनों से लगातार कहा जा रहा कि बादल कभी भी बरस सकते हैं लेकिन काली घटाओं के बाद अचानक चमकता हुआ तेज सूरज निकल आता था. लेकिन आज दिल्ली वालों का इंतजार खत्म हो गया. दिल्ली के लिए बेशक बारिश देरी से आई है लेकिन देश के कई हिस्सों में बादल जमकर बरस रहे हैं.
27 और 28 जुलाई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में और 27 जुलाई को उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है. पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में व्यापक वर्षा जारी रहने और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने और उसके बाद इसकी तीव्रता कम होने की संभावना है. 27 जुलाई से ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के क्षेत्रों और झारखंड सहित पूर्वी और आसपास के मध्य भारत में व्यापक वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक अगले 3-4 दिनों के दौरान उत्तर और पूर्वी भारत में भारी बारिश होने की संभावना है. उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. साथ ही एक और चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र उत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है.
इसके कारण उत्तर बंगाल की खाड़ी और इसके आस-पास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इन दोनों प्रणालियों के प्रभाव से, 29 जुलाई तक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में व्यापक वर्षा होने की संभावना है. वहीं, इन राज्यों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है. हालांकि, मौसम विभाग के मुताबिक इसके बाद इसकी तीव्रता कम हो जाएगी.
दिल्ली के अलावा हरियाणा के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है. यहां गुरुग्राम में सड़कें पानी से लबालब दिखीं.
दिल्ली में मंगलवार की सुबह हुई बारिश की वजह से कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया.