Today Weather Forecast IMD Rain Alert: सावन के महीने में कहीं मौसम सुहावना है तो कहीं कुदरत कहर बरपा रही है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिम बंगाल समेत उत्तर भारत के कई राज्य बाढ़ और बारिश की मार झेल रहे हैं. मध्य प्रदेश के शिवपुरी में लगातार मॉनसूनी बारिश (Monsoon Rain) ने तबाही मचा दी है. हजारों लोग बाढ़ में फंसे हैं. लोगों को एयरलिफ्ट करके सुरक्षित ठिकानों पर भेजा जा रहा है. चंबा में फिर जबरदस्त लैंड स्लाइड हुआ है.
इधर, यूपी के प्रयागराज में संगम के किनारे के तमाम इलाके लबालब हैं. गंगा के साथ-साथ यमुना भी उफान पर है. यहां लोगों से ऊंचे इलाके में चले जाने की अपील की जा रही है. राजस्थान में लगातार बारिश के चलते नदी-नाले उफनाए हुए हैं. गांवों में पानी घुस गया है. कई घर डूब गए हैं. आइए जानते हैं देश भर के मौसम का हाल...
मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ घंटे में हरियाणा और यूपी के कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में 04 अगस्त को न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) 25 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) 35 डिग्री सेल्सियस रह सकता है.
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे जबकि कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
मध्य प्रदेश के बाढ़ प्रभावित ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में लोगों को सुरक्षित बचाने का काम जारी है. श्योपुर, शिवपुरी, ग्वालियर, गुना और मुरैना जिलों में पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के काम में भारतीय सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगातार लगी हुई हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाढ़ के हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
राजस्थान में लगातार बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं. जयपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर और धौलपुर में झमाझम बारिश के चलते गली-मुहल्ले, सड़कें, घर-बार सब लबालब हैं. राजस्थान यूं तो अपने रेतीले रेगिस्तान की वजह से जाना जाता है, लेकिन अभी ये सूबा बाढ़ और बारिश (Flood and Rain) की मार से त्राहि त्राहि कर रहा है.
मॉनसून इस बार हिमाचल प्रदेश पर आफत बनकर टूटा है. भारी बारिश और भूस्खलन से जनजीवन बुरी तरह प्रभावति हुआ है. वहीं, अभी खतरा टला नहीं है क्योंकि हिमाचल में भारी बारिश (Heavy Rain) की चेतावनी दी गई है.
यूपी से सटे उत्तराखंड में नदियां अपने रौद्र रूप में हैं. रुद्रप्रयाग में अलकनंदा पूरे वेग में है. 15 फीट ऊंची भगवान शिव की मूर्ति में सिर्फ उनका सिर दिखाई दे रहा है. बाकी अलकनंदा में समा गया है. वहीं, बद्रीनाथ नेशनल हाईवे 58 पर पहाड़ दरदराकर गिरने से सड़क पर अफरातफरी मच गई.
18 घंटों की मूसलाधार बारिश ने यूपी की स्मार्ट सिटी झांसी की सारी स्मार्टनेस की कलई खोलकर रख दी. पूरा शहर जैसे पानी-पानी हो गया. जिन सड़कों पर गाड़ियां चलती थीं, उन पर नाव चलने लगी. झांसी की गलियों में घरों में चार से पांच फीट तक पानी भरा हुआ है. सड़क पर पानी भरा होने की वजह से कई गाड़ियां पानी में फंस गईं.
यूपी के कानपुर में पांडु नदी में उफान आ गया है. कई गांव जलमग्न हो गए हैं. वहीं प्रयागराज में संगम के किनारे के तमाम इलाके लबालब हैं. गंगा के साथ-साथ यमुना भी उफान पर है. किनारों पर जल पुलिस के साथ SDRF की टीम तैनात कर दी गई हैष लोगों से ऊंचे इलाके में चले जाने की अपील की जा रही है. बाढ़ नियंत्रण विभाग का बोर्ड दिखा रहा है कि गंगा-यमुना खतरे के निशान को छूने की ओर बढ़ रही हैं.
पहाड़ों पर हो रही बारिश और बांधों से छोड़े जा रहे पानी की वजह से गंगा और रामगंगा का पानी खतरे के निशान को पार करने पर आमादा है. उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जिले में खतरा बरकरार है. अमृतपुर व कायमगंज तहसील के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. घर बार, खेत खलिहान, सड़कें गलियां सब लबा लब हैं. हजारों एकड़ खेत डूब गए हैं. गांव में आने जाने के रास्ते पानी में डूबे हुए हैं. गांव में जहां लोग पैदल चलते थे, वहां अब नाव चल रही है.
उत्तर प्रदेश में बारिश ने कई शहरों में जल निकासी की पोल खोल दी है. झांसी स्मार्ट सिटी में शामिल है, लेकिन वहां 18 घंटे की बारिश के बाद कई इलाकों में सड़कों की जगह नाव चल रही है. फर्रूखाबाद में गंगा और रामगंगा नदियों का जलस्तर बढ़ने से दोआबा क्षेत्र के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं. उधर गंगा और यमुना में उफान की वजह से प्रयागराज में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.
पश्चिम बंगाल में भी भारी बारिश से तबाही मची हुई है. यहां हुगली के आरामबाग इलाके में इस वक्त भयानक मंजर है जहां चारों ओर सिर्फ पानी ही पानी है. खेत मकान बाजार दुकान से लेकर गांव के गांव पानी की चपेट में हैं. वहीं लोग घरों की छतों और ऊंची जगहों पर रहने को मजबूर हैं. पिछले पांच दिनों से यहां भारतीय वायु सेना, एनडीआरएफ और राज्य सरकार की ओर से राहत और रेस्क्यू का काम चल रहा है. ज्यादातर लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है और बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो अपना घर छोड़ कर आना नहीं चाहते.
ग्वालियर में नदियां उफान पर हैं. इसकी वजह से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. कुछ इलाकों में स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है. वहां रेस्क्यू टीम लोगों को बचाने में जुटी है. सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. लेकिन खराब मौसम की वजह से सेना को भी बचाव कार्य में काफी परेशानी हो रही है. इस बीच हालात का हवाई सर्वे भी किया जा रहा है.
शिवपुरी मे सिंध नदी पर बने अटल सागर डैम पानी से लबालब हो गया. लिहाजा डैम के 10 गेट खोल दिए गए. दसों गेटों से पानी की जलधारा तांडव मचाते हुए आगे बढ़ रही है. इसकी वजह से आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. मौसम विभाग ने शिवपुरी और गुना में अगले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिवपुरी और आसपास के इलाकों में बाढ़ के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर सेना की मदद मांगी है.
बाढ़ के हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और वायुसेना की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं. शिवपुरी के ऊपर वायुसेना के हेलिकॉप्टर मंडरा रहे हैं. लगातार बारिश की वजह से रेसक्यू ऑपरेशन में दिक्कतें हो रही हैं. शिवपुरी के पोहरी तहसील में पार्वती नदी के सैलाब में ग्रामीण टापू पर फंसे हुए हैं. तमाम लोग छतों पर हैं और बाढ़ग्रस्त इलाके से बाहर आने की दुआएं कर रहे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में दो हजार से ज्यादा लोगों को बाहर निकाला जा चुका है.
बारिश का कहर शिवपुरी शहर में भी बरपा है. यहां की कॉलोनियों में बारिश का पानी भर गया है. शंकर कालोनी में तो हालात ये है कि लोगों के घरों तक 4 से 5 फुट पानी घुस गया है. कालोनी में रहने वाले लोग इसका दोष प्रशासन को दे रहे हैं.
मध्य प्रदेश का शिवपुरी बाढ़ और बारिश में पानी-पानी हो गया है. शिवपुरी के कोलारस में भारी बारिश के बाद निचली बस्तियां डूब गई हैं. सड़कें समंदर बन गई हैं. अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कहां गड्ढा है और कहां पर सड़क. पानी के तेज बहाव के बीच जान जोखिम में डालकर लोग कॉलोनी से बाहर निकल रहे हैं. पिछले 24 घंटो में 800 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश के बाद शिवपुरी के आसपास के 1000 से ज्यादा गांव जलमग्न हो गए हैं. पूरे इलाके में हाहाकार मचा हुआ है.
मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों पर गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. वहीं, चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी कई राज्यों में फैला है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है. उत्तराखंड में 7 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और गुजरात में हल्की बारिश हो सकती है.