वसीम र‍िजवी की वसीयत: मरने के बाद दफनाने की बजाए मेरा हो दाह संस्‍कार, नरस‍िम्‍हा नंद सरस्‍वती दें मुखाग्‍न‍ि

शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि मरने के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि उनकी चिता में अग्नि यति नरस‍िम्‍हा सरस्वती देंगे.

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वसीम रिजवी ने वीडियो जारी किया है. (फाइल फोटो) वसीम रिजवी ने वीडियो जारी किया है. (फाइल फोटो)

आशीष श्रीवास्तव

  • लखनऊ,
  • 15 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 12:17 PM IST
  • वसीम रिजवी ने तैयार किया वसीयतनामा
  • बोले- मेरा शरीर हिंदू दोस्तों को दिया जाए

शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने ऐलान किया है कि मरने के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया जाए. इसके लिए उन्होंने वसीयतनामा भी तैयार कर लिया है. उन्होंने एक वीडियो जारी कर बताया कि मरने के बाद उनका शरीर हिंदू दोस्तों को सौंप दिया जाए और उनका अंतिम संस्कार किया जाए. उन्होंने कहा कि डासना मंद‍िर के महंत नरस‍िम्‍हा नंद सरस्‍वती उनकी चिता को अग्नि दें. रिजवी ने ये भी आरोप लगाया कि मुसलमान उनकी हत्या और गर्दन काटने की साजिश रच रहे हैं.

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वसीम रिजवी ने अपने वीडियो में कहा, 'हिंदुस्तान और हिंदुस्तान के बाहर मेरी हत्या करने और गर्दन काटने की साजिश रची जा रही है. मुझ पर इनाम रखे जा रहे हैं. मेरा गुनाह इतना है कि मैंने 26 आयतों को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया था, जो इंसानियत के प्रति नफरत फैलाती है. अब मुसलमान मुझे मार देना चाहते हैं और ये ऐलान किया है कि मुझे किसी कब्रिस्तान में कोई जगह नहीं देंगे.'

उन्होंने आगे कहा, 'मेरे मरने के बाद शांति बनी रहे, इसलिए मैंने एक वसीयतनामा लिखा है कि जो मेरा शरीर है, वो मेरे हिंदू दोस्त हैं, उनको लखनऊ में दे दिया जाए और चिता बनाकर मेरा अंतिम संस्कार कर दिया जाए. और चिता में अग्नि हमारे यति नरस‍िम्‍हा नंद सरस्‍वती जी देंगे, मैंने उनको अधिकृत किया है.'

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दरअसल, वसीम रिजवी ने कुरान से 26 आयतें हटाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट से ये याचिका खारिज हो गई थी. इसके बाद से ही रिजवी मुस्लिम संगठनों और मुस्लिम समुदायों के निशाने पर हैं. मुस्लिम संगठन उनकी गिरफ्तारी की भी मांग करते रहे हैं. इतना ही नहीं, मुस्लिम संगठनों का ये भी कहना है कि रिजवी का इस्लाम और शिया समुदाय से कुछ लेना-देना नहीं है. मुस्लिम संगठन रिजवी को चरमपंथी और मुस्लिम विरोधी संगठनों का एजेंट बताते हैं. 

 

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