चाइबासा में नक्सल विरोधी अभियान, तीन IED बम बरामद, राशन सामग्री भी जब्त

कोल्हान जंगल में प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय है. इसके द्वारा विध्वंसक गतिविधि को अंजाम देने का पुलिस को ख़ुफ़िया जानकारी मिली है.

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नक्सल विरोधी अभियान में तीन आईईडी बम बरामद, राशन सामग्री भी जब्त नक्सल विरोधी अभियान में तीन आईईडी बम बरामद, राशन सामग्री भी जब्त

सत्यजीत कुमार

  • नई दिल्ली,
  • 24 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 12:08 AM IST

नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में सुरक्षा बलों को एक बार फिर बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. कोल्हान जंगल के टोन्टो थाना के अन्तर्गत वनग्राम जिम्की इकीर के आस-पास जंगली के पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा बलों को लक्षित करने के उद्देश्य से नक्सलियों द्वारा पूर्व में लगाये गये 03 आईईडी विस्फोटक को बुधवार को बरामद किया गया.

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सुरक्षा के दृष्टिकोण से उसी स्थान पर बम निरोधक दस्ता के सहायता से सभी विस्फोटक को नष्ट कर दिया गया. यहां क्षेत्र में पुराने नक्सली डम्प से दैनिक उपयोग की सामग्री भी बरामद की गई है. बता दें कि कोल्हान जंगल में प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय है. इसके द्वारा विध्वंसक गतिविधि को अंजाम देने का पुलिस को ख़ुफ़िया जानकारी मिली है. इसको लेकर चाईबासा पुलिस के अलावे, कोबरा, झारखण्ड जगुआर और सीआरपीएफ की टीम द्वारा संयुक्त रूप से नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है.

यह सामान हुए बरामद
1. 05-05 KG का 03 I.E.D.
2. प्लास्टिक सिंटेक्स - 2000 लीटर
3. चावल-05 बैग( प्रत्येक बैग - 25 किलोग्राम, कुल - 125 किलोग्राम)
4. नमक – 05 पैकेट
5. सरसों का तेल -05 पैकेट
6. हल्दी पाउडर - 10 पैकेट
7. मिर्चा पाउडर -10 पैकेट 8. चाय पाउडर–02 पैकेट

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16 अप्रैल को हुई थी बड़ी नक्सली मुठभेड़
बता दें बीते 16 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मारे गए थे. यह राज्य में अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ थी, जिसमें नक्सलियों के कई सीनियर कमांडर ढेर हुए थो. छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई के अब तक के इतिहास में यह किसी एक मुठभेड़ में नक्सलियों की यह सबसे अधिक मौतें थीं. इस साल अब तक माओवादियों के गढ़ बस्तर रीजन में सुरक्षा बलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 79 नक्सली मारे गए हैं.

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