भाईचारे की शानदार मिसाल, मुस्लिम व्यक्ति की मौत पर मंदिर में उत्सव बंद

मंदिर में समारोह के दौरान ही सामने रहने वाले हैदर अली की मौत हो गई जिसके बाद उत्सव को बंद कर दिया गया. अंतिम संस्कार के दौरान, स्थानीय मस्जिद समिति ने मंदिर समिति द्वारा लिए गए निर्णय की सराहना की. त्योहार की जगह मृतक की आत्मा की शांति के लिए अनुष्ठान भी किया गया.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 3:02 PM IST
  • केरल में सांप्रदायिक सद्भाव की शानदार मिसाल
  • मुस्लिम शख्स की मौत के बाद मंदिर में उत्सव बंद

केरल के मलप्पुरम में सांप्रदायिक सद्भाव की ऐसी मिसाल पेश की गई है जिसकी अब हर तरफ तारीफ हो रही है. दरअसल मलप्पुरम में एक मंदिर समिति ने इलाके में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति की मौत के बाद मंदिर के उत्सव और समारोहों को बंद कर दिया.

मौत की खबर तब आई जब मंदिर में उत्सव का कार्यक्रम चल रहा था और बैंड अपने चरम पर था. उत्सव से जुड़ी हर चीज को तुरंत बंद कर दिया गया. इसके अलावा समिति के सदस्य परिवार के घर पहुंचे और मृतक के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की.

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बता दें कि मलप्पुरम में जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त त्रिपंगोड बिरंचिरा पुन्नस्सेरी भगवती मंदिर में थलप्पोली त्योहार मनाया जा रहा था.

इसी दौरान पड़ोस के एक बुजुर्ग व्यक्ति हैदर अली की मृत्यु हो गई जिसके बाद आयोजकों ने उत्सव को बंद करने का फैसला किया.

  

मंदिर समिति के उपाध्यक्ष एमवी वासु ने कहा, ''हैदर हमारे साथ-साथ गांव में हिंदू समुदाय के बहुत करीब था, वो कभी लकड़ी का व्यापारी हुआ करता था और मंदिर के ठीक सामने रहता था. 

उन्होंने कहा, शुक्रवार रात करीब 9 बजे हमें सूचना मिली कि हैदर की मौत हो गई है. कोरोना मानदंडों में ढील दिए जाने के बाद मंदिर में उत्सव चल रहा था और रास्ते में कई जुलूस निकल रहे थे. हमने जुलूस को स्थगित कर दिया. स्थानीय पंचायत सदस्य पी मुस्तफा ने कहा कि मंदिर के फैसले की सभी ने सराहना की.

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