किराए का प्लेन, बुखारेस्ट में 11 घंटे का रेस्ट... US से ऐसे भारत लाया गया आतंकी तहव्वुर राणा

इस मिशन में इस्तेमाल हुआ विमान Gulfstream G550 है, जिसे इसके लंबे रेंज और शानदार आरामदायक इंटीरियर के लिए जाना जाता है. 2013 में निर्मित यह जेट अल्ट्रा लॉन्ग रेंज, मिड-साइज़ कैटेगरी में आता है और इसके अंडाकार खिड़कियां इसे विशिष्ट पहचान देती हैं.

Advertisement
मुंबई आतंकवादी हमले का आरोपी तहव्वुर राणा मुंबई आतंकवादी हमले का आरोपी तहव्वुर राणा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 7:01 PM IST

मुंबई 26/11 आतंकी हमलों के मास्‍टरमाइंड तहव्‍वुर हुसैन राणा फाइनली भारत लाया जा चुका है. पाकिस्तान में जन्मे और कनाडाई नागरिक तहव्वुर हुसैन राणा की अमेरिका से भारत प्रत्यर्पण यात्रा रहस्यों से भरी रही है. राणा को अमेरिका से नई दिल्ली एक सुपर मिड-साइज़ बिजनेस जेट से लाया गया.

इस विशेष विमान को विएना स्थित एक एयरक्राफ्ट चार्टर सर्विस से किराए पर लिया गया था. इस जेट ने बुधवार तड़के 2:15 बजे (स्थानीय समय) मियामी से उड़ान भरी और रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट में उसी दिन शाम 7 बजे पहुंचा. करीब 11 घंटे के ब्रेक के बाद विमान ने गुरुवार सुबह 6:15 बजे नई दिल्ली के लिए उड़ान भरी और शाम करीब 6.22 बजे यह पालम एयरपोर्ट पर पहुंचा.

Advertisement

यह भी पढ़ें: तहव्वुर राणा के लिए NIA ने तैयार की हाई सिक्योरिटी सेल, केवल 'स्पेशल 12' को मिलेगा एक्सेस

इस मिशन में इस्तेमाल हुआ विमान Gulfstream G550 है, जिसे इसके लंबे रेंज और शानदार आरामदायक इंटीरियर के लिए जाना जाता है. 2013 में निर्मित यह जेट अल्ट्रा लॉन्ग रेंज, मिड-साइज़ कैटेगरी में आता है और इसके अंडाकार खिड़कियां इसे विशिष्ट पहचान देती हैं.

विमान में अधिकतम 19 यात्री बैठ सकते हैं, जिसमें 9 डिवान सीटें और सोने के लिए 6 बेड्स हैं. इसमें इन-फ्लाइट वायरलेस इंटरनेट, सैटेलाइट फोन और एक आधुनिक एंटरटेनमेंट सिस्टम जैसी सुविधाएं भी हैं, जो इसे बेहद लग्ज़री बनाती हैं. डिवान सीटें अक्सर बिजनेस जेट और वीआईपी विमानों में होती हैं. 

यह भी पढ़ें: भारत के शिकंजे में आए तहव्वुर राणा को फांसी मिलने के कितने चांस? पूर्व गृह सचिव ने बताया

Advertisement

अमेरिकी अदालत द्वारा भारत को राणा के प्रत्यर्पण की मंजूरी देने के बाद, भारत सरकार के लिए यह ऑपरेशन कूटनीतिक और सुरक्षा दृष्टि से बेहद संवेदनशील था. इस विशेष चार्टर्ड फ्लाइट का प्रयोग इसी उद्देश्य से किया गया, ताकि प्रक्रिया को गोपनीय और सुरक्षित तरीके से अंजाम दिया जा सके. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि भारत में राणा से किस तरह से पूछताछ होती है.

(रिपोर्ट- अंकित कुमार)

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement