भारत सरकार ने गुरुवार को अफगानिस्तान के मसले पर सर्वदलीय बैठक की. विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को वहां की स्थिति और सरकार के रुख-ऑपरेशन की जानकारी दी गई. इस बीच शिवसेना द्वारा सरकार से अफगानिस्तान को लेकर कई सवाल किए गए हैं.
शिवसेना सांसद गजानंद कीर्तिकर ने सवाल किया कि सरकार को बताना चाहिए कि भारत के कितने नागरिक अफगानिस्तान में फंसे हैं. भारत सरकार कितने लोगों को अबतक निकाल कर लाई है, क्या किसी भारतीय की हत्या वहां पर हुई है या फिर किसी को वहां पर कुछ नुकसान पहुंचाया गया है, सरकार को बताना चाहिए.
सुरक्षा एजेंसियों की क्या है तैयारी?
इतना ही नहीं, शिवसेना सांसद ने सवाल किया कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना जो हथियार छोड़कर गई है, अगर उसपर पाकिस्तान ने कब्जा कर लिया तो सुरक्षा एजेंसियां क्या कर रही हैं इसके बारे में सरकार को बताना चाहिए.
शिवसेना ने साथ ही ये भी कहा है कि अफगानिस्तान से जो सिख और हिन्दू भारत आए हैं, उन्हें नागरिकता मिलनी चाहिए. हमने पहले भी नागरिकता संशोधन एक्ट का समर्थन किया था.
भारत का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
गौरतलब है कि 14 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. उसके बाद से ही वहां से लोगों का निकलना जारी है, भारत द्वारा भी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को निकाला जा रहा है. भारत अबतक सैकड़ों नागरिकों को दिल्ली वापस ला चुका है.
भारत सरकार द्वारा अभी तक तालिबान को लेकर चुप्पी साधी गई है और पूरा फोकस लोगों को सुरक्षित निकालने पर किया जा रहा है. भारत ने अफगानिस्तान से आने वाले लोगों के लिए ई-वीज़ा का भी प्रबंध किया है.
अरविंद ओझा