महाराष्ट्र: शरद गुट के कई नेताओं ने जॉइन किया अजित गुट, बीजेपी ने पूछा- घोटालों के आरोप से बचने के लिए तो नहीं...!

महाराष्ट्र के जलगांव और धुले जिलों के शरद पवार गुट के कुछ नेताओं ने एनसीपी अजित पवार में शामिल होने का फैसला किया है. इस फैसले पर शिवसेना और बीजेपी के नेताओं ने आपत्ति जताई. बीजेपी के मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि इनके प्रमाण पत्रों की जांच होनी चाहिए और यह देखा जाना चाहिए कि ये कहीं घोटालों के आरोपों से बचने के लिए तो नहीं पाला बदल रहे हैं.

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अजित पवार अजित पवार

aajtak.in

  • मुंबई,
  • 03 मई 2025,
  • अपडेटेड 5:27 PM IST

महाराष्ट्र में शरद पवार की एनसीपी को एक और बड़ा झटका लगा है. पार्टी के कई बड़े नेता शनिवार को अजित पवार के गुट में शामिल हो गए हैं, जिसका बीजेपी विरोध कर रही है. उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव और धुले जिले के प्रमुख राजनीतिक नेताओं ने मुंबई में एनसीपी अजित पवार गुट जॉइन कर लिया. इस गुट में शामिल होने वालों में पूर्व मंत्री डॉ सतीश पाटिल, पूर्व मंत्री गुलाबराव देवकर, पूर्व विधायक दिलीप वाघ, पूर्व विधायक दिलीप सोनवणे और पूर्व विधायक कैलाश पाटिल शामिल हैं.

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इस घटना पर शिवसेना के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने टिप्पणी करते हुए कहा कि गुलाबराव देवकर ने पिछले साल विधानसभा चुनाव में उनके खिलाफ चुनाव लड़ा था, इसलिए यह फैसला (अजित पवार द्वारा उन्हें पार्टी में शामिल करने का फैसला) उचित नहीं है. वहीं, बीजेपी के मंत्री गिरीश महाजन, जो खुद भी जलगांव से हैं, उन्होंने इस पर अपने विचार जाहिर करते हुए कहा कि एनसीपी को इन नेताओं को लेने से पहले सोचना चाहिए था.

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गिरीश महाजन ने अजित पवार गुट जॉइन करने वाले नेताओं पर क्या कहा?

गिरीश महाजन ने कहा, "महायुति के एक प्रोटोकॉल के तहत उन उम्मीदवारों को सत्ताधारी गठबंधन में शामिल नहीं किया जाना चाहिए, जिन्होंने हमारे खिलाफ चुनाव लड़ा हो, लेकिन अब ऐसा लगता है कि इस प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है.

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घोटालों से बचने के लिए तो नहीं बदल रहे पाला?

गिरीश महाजन का कहना है कि ये लोग हमारे पार्टी में भी आना चाहते थे, लेकिन हमने गुलाबराव पाटिल के साथ चर्चा की और उन्हें नहीं लेने का निर्णय लिया. हमारे पास भी विकल्प खुले हैं. इनके प्रमाण-पत्रों की जांच की जानी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि वे घोटाले के आरोपों से बचने के लिए गठबंधन में तो नहीं आ रहे हैं."

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