दिल्ली के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर पक्के मकान के निर्माण को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने सफाई दी. पंजाब की 32 किसान यूनियनों की एक बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदर्शनकारियों को विरोध स्थल पर किसी भी स्थायी मकान का निर्माण नहीं करना चाहिए.
बीजेपी को वोट न देने की अपील
वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के कई नेता पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए गए हैं. वहां मतदाताओं से आग्रह किया जा रहा है कि वे किसान विरोधी बीजेपी को वोट न दें. वही आज संयुक्त किसान मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल ने सिंगूर और आसनसोल में महापंचायतों को संबोधित किया.
147 प्रदर्शनकारी हुए रिहा
लाल किले पर प्रदर्शन के साथ अलग-अलग मामलों में विभिन्न एफआईआर में गिरफ्तार 151 किसानों में से 147 अब तक जमानत पर रिहा हो गए हैं. रिहा किए गए लोगों में से कई धरना स्थलों पर वापस आ गए हैं. चार किसान (पंजाब से तीन और हरियाणा से एक) की जमानत का इंतजार है. पंजाब के रंजीत सिंह, जिन्हें 29 जनवरी 2021 को गिरफ्तार किया गया था, जिनकी जमानत अर्जी को अस्वीकार कर दिया गया था, अब उच्च न्यायालय में आवेदन करेंगे.
किसान आंदोलन में हो सकती है बहस
वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम के हाउस ऑफ कॉमन्स में किसान आंदोलन पर बहस के बाद, ऑस्ट्रेलिया के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में एक बहस हो सकती है, जो एक याचिका द्वारा इस मामले को सदन में उठा सकती है.
किसान यात्रा का हुआ स्वागत
ओडिशा में किसान यात्रा रायगडा जिले के गुनूपुर में पहुंची. यहां किसान यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया. इस बीच 7 अलग-अलग मार्गों पर 7 किसान रथों पर 7 किसान यात्रा आज चौथे दिन में प्रवेश कर गई हैं. ये यात्राएं पूरे बिहार में किसानों को जागरुक करेंगी.
नाटक का हुआ मंचन
वहीं सिंघु बॉर्डर पर थिएटर ग्रुप "द पार्टिकल कलेक्टिव" ने एक नाटक "दाना दाना इंकलाब" प्रस्तुत किया. इस नाटक में किसान आंदोलन के गीतों को भी सम्मिलित किया गया. कलाकारों ने कला के असली अर्थों को सार्थक करते हुए सरकारों के हमलों पर कटाक्ष रखे व किसान आंदोलन को खुला समर्थन दिया.
किसान यात्रा ने तय किया 600 किमी का सफर
उत्तराखंड से शुरू हुई किसान मजदूर जागृति यात्रा का आज 9वां दिन था. आज यात्रा शाहजहांपुर जिले के खुटार से शुरू हुई. यह यात्रा अब तक 600 किलोमीटर लंबा सफर तय कर चुकी है. यात्रा 300 से अधिक गांव कस्बे एवं 20 से अधिक शहरों से होकर गुजर चुकी है.
टिकैत पहुंचे प्रयागराज
वहीं आज किसान नेता राकेश टिकैत प्रयागराज पहुंचे. यहां बारा तहसील के हर्रो टोल पर उनके आगमन के साथ ही भारतीय किसान यूनियन और अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के नेतृत्व में किसानों-मजदूरों की भीड़ का आना शुरू हो गई. किसानों ने खेती के तीनों कानूनों को रद्द करने एवं हाल में पेट्रोलियम पदार्थों में हुई बेतहाशा मूल्य वृद्धि का कड़ा विरोध किया.
कुमार कुणाल / आशुतोष मिश्रा