'असम के लोग TMC को नहीं कर रहे स्वीकार...', प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने छोड़ी पार्टी

असम टीएमसी अध्यक्ष रिपुन बोरा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि उत्तर-पूर्वी राज्य के लोग टीएमसी को पश्चिम बंगाल की क्षेत्रीय पार्टी मानते हैं. अपनी चिट्ठी में उन्होंने टीएमसी को असम में स्वीकार्य बनाने के लिए कई सुझाव दिए थे, जिन पर उनका कहना है कि अमल नहीं हुआ.

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रिपुन बोरा रिपुन बोरा

aajtak.in

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  • 01 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 8:44 PM IST

असम में तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने दावा किया कि उत्तर-पूर्वी राज्य के लोग इसे पश्चिम बंगाल का "क्षेत्रीय पार्टी" मानते हैं और इसे अपनी पार्टी के रूप में स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं.

रिपुन बोरा ने टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी को लिखी अपनी चिट्ठी में कहा कि उन्होंने टीएमसी को असम में स्वीकार्य बनाने के लिए पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री की ममता बनर्जी को कई सुझाव दिए थे, लेकिन उन पर अमल नहीं किया गया.

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रिपुन बोरा टीएमसी छोड़ने के बाद क्या बोले?

रिपुन बोरा ने अपनी चिट्ठी में कहा, "असम टीएमसी की बड़ी संभावनाएं हैं, लेकिन कुछ समस्याओं के कारण हमारी प्रगति बाधित हो रही है, जिनमें टीएमसी को पश्चिम बंगाल की क्षेत्रीय पार्टी के रूप में देखा जाना शामिल है. इस धारणा का सामना करने के लिए, हमने कई सुझाव दिए."

बोरा ने दावा किया कि उन्होंने टीएमसी के राष्ट्रीय स्तर पर एक असमिया नेता की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि कोलकाता के टॉलीगंज में भारत रत्न डॉ भूपेन हजारिका के निवास को विरासत स्थल घोषित करने और कूच बिहार के मधुपुर सत्र को सांस्कृतिक हब में बदलने का सुझाव दिया है.

ममता बनर्जी-अभिषेक बनर्जी से नहीं कर पाए मुलाकात

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बोरा ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में इसके लिए कई कोशिशों के बावजूद, वे ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी से मुलाकात करने में असफल रहे. उन्होंने कहा, "इन चुनौतियों और उचित समाधान की कमी को देखते हुए, मुझे एक कठिन निर्णय लेना पड़ा और टीएमसी से अलग होने का फैसला किया." वह अप्रैल 2022 में कांग्रेस से टीएमसी में शामिल हुए थे.

उन्होंने ममता बनर्जी को असम टीएमसी का नेतृत्व करने की अनुमति देने के लिए आभार व्यक्त किया और "फासीवादी और सांप्रदायिक" ताकतों के खिलाफ उनके संघर्ष की सराहना की.

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असम में टीएमसी को दी मजबूती

बोरा ने दावा किया कि उनके नेतृत्व में पार्टी ने एक बड़े सदस्यता अभियान की शुरुआत की, और 35 में से 31 जिलों में मजबूत मौजूदगी स्थापित की. उन्होंने कहा, "हमने टीएमसी की पहुंच को ब्लॉक और पंचायत स्तर तक बढ़ाया और एससी, ओबीसी, मानवाधिकार और अल्पसंख्यक जैसे प्रमुख प्रकोष्ठ और विभाग बनाए."

टीएमसी युवा विंग के अध्यक्ष ने छोड़ा पद और पार्टी

बोरा के इस्तीफे के बाद दिन में, आसम टीएमसी युवा इकाई अध्यक्ष महबूब अली ने भी अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा, "व्यक्तिगत कारणों से, मैं असम टीएमसी के युवा विंग के अध्यक्ष पद से और पार्टी से इस्तीफा देता हूं."

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