अफगानिस्तान की बिगड़ी स्थिति ने पूरी दुनिया को फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है. फिर एक बार नई रणनीति बनाने पर जोर दिया जा रहा है. भारत के लिए भी अब स्थिति बदल गई है और पहले से ज्यादा खतरनाक है. ऐसे में हिंदुस्तान की आगे की रणनीति क्या रहेगी? क्या भारतीय सेना कोई अलग तैयारी करेगी? रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूरा ब्लूप्रिंट साफ कर दिया है.
सेना की आगे की क्या रणनीति?
तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में संबोधन के दौरान राजनाथ सिंह ने एकीकृत युद्ध समूहों के गठन पर पूरा जोर दिया है. CDS द्वारा इस पहलू पर काम शुरू किया जा चुका है और केंद्र भी इस बारे में गंभीरता से सोच रहा है. राजनाथ सिंह के मुताबिक ऐसा होने पर कई महत्वपूर्ण फैसले कम समय में लिए जा सकते हैं और तमाम सेनाओं के बीच बेहतरीन तालमेल देखने को मिलता है.
अफगानिस्तान स्थिति पर भी रक्षा मंत्री ने कहा है कि अब हर देश को फिर अपनी रणनीति के बारे में सोचना पड़ेगा. वे कहते हैं कि ये तो ऐसा समय है कि सभी को फिर अपनी रणनीति के बारे में सोचना पड़ेगा. QUAD भी इन्हीं परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार किया गया था.
पाक-चीन पर ये बोले राजनाथ सिंह
संबोधन के दौरान राजनाथ सिंह का सबसे ज्यादा जोर इस बात पर भी रहा कि अब सेना में युवाओं को ज्यादा मौके दिए जाएं. उन्हें सेना से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाए. राजनाथ सिंह के मुताबिक ऐसा होने से लंबे समय में सेना की औसत उम्र कम हो जाएगी.
राजनाथ सिंह ने देश की पाकिस्तान नीति पर भी रोशनी डाली. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अब भारत बदल चुका है और इस धरती पर आतंकियों को कभी पनपने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने पाकिस्तान पर आतंकियों को ट्रेनिंग देने और संरक्षण देने का आरोप लगा दिया. वहीं चीन पर रक्षा मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया ने हमारी सेना की ताकत देख ली है. अगर कोई भी हमारी सीमा में घुसने का प्रयास करेगा तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
अभिषेक भल्ला