जाफरानी पनीर रोल, बादाम हलवा... पुतिन के डिनर में लगा 'भारतीय तड़का', देखें पूरा मेन्यू

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में भव्य डिनर आयोजित किया गया, जिसमें भारतीय पारंपरिक 'थाली' शैली में मौसमी स्वादिष्ट व्यंजन परोसे गए. मेन्यू में मुरुंगेलै चारू, गुच्ची चेटिन, शिकम्पुरी कबाब, झोल मोमो, जाफरानी पनीर रोल, तंदूरी आलू, अचारी बैंगन, केसर पुलाव, कुल्फी और बादाम हलवा शामिल रहे.

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भारतीय थाली के स्वाद से हुआ स्वागत.(Photo: PTI) भारतीय थाली के स्वाद से हुआ स्वागत.(Photo: PTI)

प्रणय उपाध्याय

  • नई दिल्ली,
  • 05 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:43 PM IST

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में एक भव्य डिनर का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय खानपान की पारंपरिक शैली और देशी सुगंधों का अनोखा संगम पेश किया गया. यह डिनर पूरी तरह भारतीय 'थाली' शैली पर आधारित था, जिसमें ताजी मौसमी सामग्री, देसी मसाले और अलग–अलग राज्यों के स्वाद को शामिल किया गया. मेहमानों को भारतीय भोजन की उस गहराई का स्वाद चखाया गया, जिसके लिए भारत की रसोई दुनिया भर में मशहूर है.

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इस विशेष आयोजन में हर व्यंजन को पारंपरिक तरीके से तैयार किया गया और उसी अंदाज में परोसा गया. सूप से लेकर मिठाई तक, पूरा मेन्यू भारतीय रसोई की विविधता को दर्शाता रहा. यह डिनर न सिर्फ कूटनीतिक मायनों में अहम था, बल्कि भारतीय मेहमाननवाजी का भी एक शानदार उदाहरण बना.

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सूप और स्टार्टर में भारतीय पारंपरिक स्वाद का मेल

डिनर की शुरुआत हुई मुरुंगेलै चारू से, जो सहजन के पत्तों और मूंग दाल से बनाया गया हल्का, पोषक और सुगंधित सूप था. इसे करी पत्ते के बीजों से सजाकर दक्षिण भारतीय खाने का पारंपरिक स्वाद दिया गया. यह सूप अपने आप में भारतीय शैली की सरलता और स्वाद का बेहतरीन मेल था.

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स्टार्टर में तीन विशेष व्यंजन परोसे गए. पहला, गुच्ची दून चेटिन, जिसमें कश्मीरी मोरल मशरूम को अखरोट की खास चटनी के साथ परोसा गया. दूसरा, काले चने के शिकम्पुरी, जो पैन में सेककर बनाए गए मुलायम चने के कबाब थे. इन्हें पुदीने की चटनी और मीठी शीरमल ब्रेड के साथ परोसा गया. तीसरा, वेजिटेबल झोल मोमो, जो भाप में पके मोमोज थे और इन्हें वाटर चेस्टनट व मसालेदार टमाटर की डिप के साथ परोसा गया. इसने भारतीय और पहाड़ी स्वाद का अनोखा मिश्रण पेश किया.

मुख्य व्यंजनों में पूरे भारत का स्वाद एक थाली में

मुख्य भोजन में कई तरह के शाकाहारी व्यंजन परोसे गए, जिनमें हर डिश भारतीय रसोई की विविधता को दिखाती थी. सबसे पहले था ज़ाफ़रानी पनीर रोल, जिसमें पनीर और सूखे मेवों को रोल की तरह तैयार कर केसर वाली ग्रेवी में परोसा गया. यह व्यंजन स्वाद और सुगंध दोनों में बेहद खास रहा.

इसके बाद परोसा गया पालक मेथी मटर का साग, जिसे धीमी आंच पर पकाकर सरसों के दानों के तड़के से तैयार किया गया. इस व्यंजन ने भारतीय घरों की सर्दियों वाली सब्जियों का असली स्वाद पेश किया. 

इसके साथ ही तंदूरी भरवां आलू परोसे गए, जिन्हें दही और मसालों में मेरिनेट करके तंदूर में ग्रिल किया गया था. वहीं, अचारि बैंगन ने खट्टे–मीठे मसालों के साथ पारंपरिक अचार जैसा स्वाद दिया. दाल के रूप में येलो दाल तड़का परोसी गई, जिसमें हींग और जीरे का देसी तड़का लगाया गया.

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पुलाव, भारतीय रोटियां और देसी मिठाइयों ने भोजन को बनाया यादगार

साथ में परोसा गया सूखे मेवे और केसर वाला पुलाव, जो बासमती चावल, मेवों और केसर से तैयार किया गया था. रोटियों में लच्छा परांठा, मगज नान, सतनाज रोटी, मिस्सी रोटी और बिस्क्यूटी रोटी शामिल थीं, जो अलग–अलग क्षेत्रों की रोटी–संस्कृति को दर्शाती हैं.

मिठाई में दो खास व्यंजन परोसे गए, जिसमें बादाम का हलवा, जो सर्दियों का पारंपरिक मीठा है और केसर–पिस्ता कुल्फी, जिसमें इलायची और पिस्ते की खुशबू ने स्वाद बढ़ा दिया. साथ ही ताज़े फलों की प्रस्तुति भी की गई.

सलाद, पेय और साथ परोसी जाने वाली चीजों ने बढ़ाई थाली की शोभा

टेबल पर गुर सन्देश और मुरुक्कू रखा गया था. पेय पदार्थ में अनार, संतरा, गाजर और अदरक का ताजा जूस दिया गया. वहीं, सलाद में बीटरूट, खमण ककड़ी, शकरकंदी पापड़ी चाट (कमरख के साथ), बूंदी रायता, गोंगुरा अचार, आम की चटनी और केले के चिप्स शामिल थे.

यह डिनर भारतीय खानपान की समृद्ध परंपरा को दुनिया के सामने पेश करने का एक अनोखा अवसर बना और भारत की मेहमाननवाजी ने रूसी राष्ट्रपति पर प्रभावशाली छाप छोड़ी. वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का दो दिवसीय भारत दौरा पूरा हो गया है. वह 23वें भारत-रूस समिट के लिए भारत आए थे. इस दौरान दोनों देशों के बीच 19 समझौते हुए. उनके सम्मान में राष्ट्रपति भवन में भव्य डिनर का आयोजन किया गया. इस डिनर में शिरकत करने के बाद वह सीधे रूस के लिए रवाना हो गए. 

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