प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को CERAWeek ग्लोबल एनर्जी एंड एनवायरनमेंट लीडरशिप अवॉर्ड से नवाजा गया है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं इसे पूरी विनम्रता के साथ ग्रहण करता हूं. इस अवॉर्ड को मैं महान मातृभूमि भारत के लोगों को समर्पित करना चाहता हूं. मैं इसे भारत की महान परंपरा को समर्पित करना चाहता हूं, जिसने हमें पर्यावरण की देखभाल करने का तरीका सिखाया है. महात्मा गांधी के रूप में हमारे पास पर्यावरण की देखभाल करने वाले एक चैंपियन थे. अगर उनके बताए रास्ते से आगे बढ़ते तो आज कई समस्याओं का हमें समाना नहीं करना होता.
पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया का ध्यान फिटनेस और वेलनेस पर है. ऑर्गेनिक और हेल्दी फूड की डिमांड काफी बढ़ी है. भारत इस वैश्विक परिवर्तन को अपने मसाले और आयुर्वेद के उत्पादों से आगे बढ़ा सकता है. आपको जानकर खुशी होगी कि पिछले सात वर्षों में भारत का जंगल वाला क्षेत्र काफी तेजी से बढ़ा है. शेर, तेंदुए और पानी में रहने वाले पक्षियों की संख्या बढ़ी है. यह सब सकारात्मक बदलाव का बेहतरीन उदाहरण है.
पीएम मोदी ने भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित कोवैक्सीन की उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि 'मेड इन इंडिया' वैक्सीन को अबतक 50 देशों में भेजा गया है. आने वाले दिनों में हम इसे और भी देशों को सप्लाई कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
वहीं दक्षिणी स्वीडन के एक शहर में हुए हिंसक हमले को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि मैं भारतीय जनता की तरफ से स्वीडन के लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करता हूं. हमें आशा है कि इस दुर्घटना में जो लोग घायल हुए हैं वो जल्द स्वस्थ हों.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मोदी को अवॉर्ड दिए जाने को लेकर बधाई दी है. उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा, देश के साथ मैं भी अपने प्रधानमंत्री को मुबारकबाद देना चाहता हूं. उन्हें CERAWeek ग्लोबल एनर्जी और एनवॉयरमेंट लीडरशिप अवॉर्ड मिला है. ये नया भारत है जब पूरा विश्व हमारे देश के नेता को आशा से देखता है.
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी को बधाई देते हुए कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में एक बड़े वर्ग में अभूतपूर्व व्यवहार परिवर्तन देखा गया है. जो पर्यावरण के संरक्षण पर ध्यान दे रहा है और स्वच्छ ऊर्जा को अपना रहा है.
पीएम मोदी को वैश्विक अवॉर्ड से सम्मानित किए जाने पर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि सेरावीक वैश्विक ऊर्जा कार्यक्रम में पिछले कई साल से ऊर्जा के क्षेत्र में अच्छे काम करने वाले नेतृत्व को सम्मानित करते आए हैं. इस साल उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री को चुना है.
बता दें, साल 1983 में डॉक्टर डेनिएल येरगिन ने CERAWeek की स्थापना की थी. तब से हर साल मार्च महीने में हृयूस्टन में सेरावीक का आयोजन होता है. इसकी गिनती विश्व के अग्रणी ऊर्जा मंचों में होती है. इस बार कोरोना महामारी की वजह से इसका आयोजन डिजिटल तरीके से किया गया है. CERAWeek वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण लीडरशीप पुरस्कार की शुरुआत 2016 में हुई थी. यह पुरस्कार वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण के क्षेत्र में प्रतिबद्ध नेतृत्व के लिए दिया जाता है.
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