पोरबंदर पुलिस ने गुजरात समेत चार राज्यों में डिजिटल अरेस्ट के केस में 4 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में कुतियाणा सीट से सपा विधायक कांधल जडेजा की चाची हिरलबा जडेजा पर केस दर्ज किया है. ये घोटाला गुजरात समेत चार राज्यों- कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में सामने आया है. हिरलबा जडेजा पहले से ही एक अपहरण और फिरौती के मामले में जेल में हैं और अब पुलिस ने उनके खिलाफ नया साइबर फ्रॉड का मामला दर्ज कर लिया है.
पोरबंदर पुलिस ने बताया कि हिरलबा जडेजा और उनके सहयोगियों ने डिजिटल अरेस्ट की आड़ में लोगों से धोखाधड़ी कर 4 करोड़ रुपये की ठगी की है.
पोरबंदर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) भागीरथ सिंह ने बताया कि चार राज्यों में डिजिटल अरेस्ट से संबंधित सात अलग-अलग पुलिस शिकायत दर्ज की गई हैं. जांच में पता चला कि जिन बैंक खातों में ठगी के पैसों का लेनदेन किया गया है. वो सभी खाते हिरलबा के घर के पते से जुड़े हुए हैं.
'अलग-अलग नाम से खोले 10 बैंक अकाउंट'
पुलिस जांच में ये भी खुलासा हुआ कि हिरलबा और उनके सहयोगियों ने अनपढ़ और गरीब मजदूरों के नाम पर बैंक खाते खोले, लेकिन उनके खातों का पता हिरलबा के घर का दर्ज था. इन्हीं खातों में डिजिटल अरेस्ट के किए गए पीड़ितों के पैसों का लेनदेन होता था.
पुलिस ने बताया कि ठगी का ये धंधा पिछले साल से चल रहा था, जिसके खिलाफ गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में 7 शिकायतें दर्ज की गई थीं.
बैंक खाते में जमा हैं 36 लाख रुपये: पुलिस
पुलिस का कहना है कि पोरबंदर में एक ही एड्रेस पर 10 बैंक खाते खोले गए थे, जिनमें से पांच खातों में 36 लाख रुपये अभी भी जमा हैं.
पुलिस के मुताबिक जिस दिन बैंक में पैसे ट्रांसफर होते उसी दिन हिरलबा के आदमी चेक या डेबिट कार्ड से पैसे निकाल लेते थे. इस मामले में हिरलबा जडेजा के अलावा हितेश ओडेदरा, पार्थ सोंगेला, मोहन वाजा, अजय चौहान और राजू मेर के नाम शामिल है. हिरलबा और उनके दो साथी पुलिस की हिरासत में है.
पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि इस मामले में कितने और लोग शामिल हैं. और इन लोगों का ये नेटवर्क कितनी दूर तक फैला है.
ब्रिजेश दोशी