संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक के मामले में अबतक 6 आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं. इस घटना के मास्टरमाइंड ललित झा को दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उसे 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. दिल्ली पुलिस ने अदालत में अपनी रिमांड याचिका में कहा कि संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना के पीछे ललित झा और उसके साथी सरकार से अपनी मांगें पूरी करवाना चाहते थे. साथ ही वह देश में अराजकता पैदा करना चाहते थे. साथ ही अदालत को बताया कि पुलिस इस घटना के पीछे आरोपियों के वास्तविक मकसद और इसमें किसी अन्य दुश्मन देश के साथ-साथ आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध के एंगल से भी जांच कर रही है.
पटियाला हाउस कोर्ट ने ललित झा को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. साथ ही कहा कि इस सुनियोजित हमले के पीछे की बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए गहन और विस्तृत जांच की जरूरत है. कोर्ट में बहस के दौरान दिल्ली पुलिस ने कहा कि ललित झा मास्टरमाइंड है, इसलिए इसकी कस्टडी चाहिए. हमें पता करना है कि इस साजिश के पीछे कितने लोग थे. दिल्ली पुलिस ने ये भी कहा कि सबूतों को इकट्ठा करने के लिए कई राज्यों में जाना पड़ेगा. साजिश में इस्तेमाल हुए मोबाइल भी रिकवर करने हैं.
पूछताछ में ललित ने किया खुलासा
दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट को बताया कि संसद की सुरक्षा में लापरवाही के मास्टरमाइंड ललित झा ने खुलासा किया कि वे लोग देश में अराजकता पैदा करना चाहते थे, ताकि वे सरकार को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर कर सकें. पुलिस पूछताछ में ललित ने इस मामले में अपनी संलिप्तता का खुलासा किया है. उसने बताया कि वह कैसे पूरे मामले का मास्टरमाइंड बना है.
क्राइम सीन री-क्रिएट करने की अनुमति मांग सकती है पुलिस
दिल्ली पुलिस 13 दिसंबर की घटना को री-क्रिएट करने के लिए संसद से अनुमति मांग सकती है, जिसमें 2 आरोपी दर्शक दीर्घा से लोकसभा चैंबर में कूद गए थे. एक आरोपी एक बेंच से दूसरी बेंच पर जंप लगाता हुआ आगे बढ़ रहा था, जबकि दूसरा युवक तेजी से आसन की ओर बढ़ रहा था. इन आरोपियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी के तौर पर हुई है. एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि हम सदन के अंदर और संसद भवन के बाहर क्राइम सीन री-क्रिएट करने की अनुमति लेने के लिए संसद से संपर्क करने पर विचार कर रहे हैं. ललित झा ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया था कि उसने अपना फोन दिल्ली-जयपुर बॉर्डर के पास फेंक दिया था और अन्य आरोपियों के फोन नष्ट कर दिए थे.
विदेशी फंडिंग के कनेक्शन की भी होगी जांच
इस घटना को अंजाम देने से पहले आरोपी कई बार दिल्ली आए थे. उन्होंने यहां आकर रेकी की थी. इसे देखते हुए पुलिस को संदेह है कि इस घटना में विदेशी फंडिंग हो सकती है. लिहाजा पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक ललित झा ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि आरोपियों ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश रचने के लिए कई बार आपस में मुलाकात की. पुलिस ने कोर्ट को ये भी बताया कि यह पता लगाने के लिए उससे पूछताछ की जरूरत है कि क्या आरोपी का किसी दुश्मन देश या आतंकवादी संगठन से कोई संबंध था.
ललित ने नष्ट कर दिए थे चारों आरोपियों के मोबाइल फोन
इस घटना के बाद ललित झा ने सभी आरोपियों के फोन ले लिए थे, ताकि उनके खिलाफ सबूत नष्ट किए जा सकें और इस हमले के पीछे की बड़ी साजिश को छुपाया जा सके. ललित ने खुलासा किया कि उसने अपना फोन जयपुर से दिल्ली जाते समय रास्ते में फेंक दिया था. पुलिस ललित को उन स्थानों का पता लगाने के लिए राजस्थान ले जाएगी. जहां उसने अपना फोन फेंका था और दूसरों के फोन जलाए थे.
कांग्रेस कर रही ये मांग
कांग्रेस संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान के लिए अड़ी हुई है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि गृहमंत्री इस मामले पर बयान दें, वर्ना सदन नहीं चलने देंगे. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सोमवार को विपक्षी गठबंधन INDIA में शामिल सभी पार्टियां बैठक करेंगी और ये तय करेंगी कि घटना के बारे में सवाल पूछना जारी रखा जाए या नहीं.
सृष्टि ओझा