ट्रेडिंग में प्रॉफिट का दिया लालच, दो लोगों से ठगे 7 करोड़... बेंगलुरु और महाराष्ट्र से पकड़े गए 3 आरोपी

ओडिशा पुलिस ने दो बड़े साइबर ठगी मामलों का खुलासा करते हुए बेंगलुरु और महाराष्ट्र से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से इनवेस्टमेंट का झांसा देकर दो अलग-अलग व्यक्तियों से 7 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुके थे. अब CID इन मामलों की गहराई से जांच कर रही है.

Advertisement
ट्रेडिंग के नाम पर की गई ठगी. (Representational image) ट्रेडिंग के नाम पर की गई ठगी. (Representational image)

aajtak.in

  • भुवनेश्वर,
  • 25 जून 2025,
  • अपडेटेड 9:07 AM IST

ओडिशा पुलिस की आपराधिक जांच विभाग (CID) ने दो अलग-अलग साइबर ठगी के मामलों में कार्रवाई करते हुए बेंगलुरु और महाराष्ट्र से तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है. इन पर आरोप है कि सोशल मीडिया के जरिए दो लोगों को इनवेस्टमेंट का झांसा दिया और कुल 7 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी कर ली.

एजेंसी के अनुसार, CID अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के दो आरोपी स्वप्निल गोरक्ष ढोकले और अजाज शफीक शेख को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया. इन दोनों ने एक पीड़ित से IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) और OTC (ओवर-द-काउंटर) ट्रेडिंग में मुनाफे का लालच देकर करीब 6 करोड़ रुपये की ठगी की थी. वहीं, तीसरे आरोपी गणेश के. सेटी, जो बेंगलुरु का रहने वाला है, उसे तीन दिन पहले गिरफ्तार किया गया. उसने एक अन्य व्यक्ति से 1 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की थी.

Advertisement

यह भी पढ़ें: गुरुग्राम: Loan रिकवरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, नोएडा से 15 गिरफ्तार

जब पीड़ितों को ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने ओडिशा साइबर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई. मामले की जांच करते हुए CID की टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर तीनों आरोपियों की पहचान की और उन्हें अरेस्ट कर ओडिशा लाया गया. CID का कहना है कि यह संगठित साइबर ठगी गिरोह का हिस्सा हो सकता है और आगे की जांच में और भी नाम सामने आ सकते हैं. ओडिशा पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी है.

इस मामले को लेकर CID अधिकारी ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए पीड़ितों से संपर्क करते थे और उन्हें IPO व OTC ट्रेडिंग में इनवेस्टमेंट के नाम पर फंसाते थे. शुरुआत में मामूली घाटा दिखाकर वे पीड़ितों को और अधिक निवेश के लिए उकसाते थे. जब पीड़ितों ने पैसा निकालने की कोशिश की तो उनसे एक्स्ट्रा फीस की मांग की जाती थी और पैसे रिलीज करने से इनकार कर दिया जाता था.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement