दादरा और नगर हवेली से सांसद मोहन डेलकर की मौत मामले में शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने इस मामले में जांच की मांग की है, उन्होंने कहा है कि मोहन डेलकर 16 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़कर गए हैं जिसमें उन्होंने दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल खोड़ा पटेल पर आरोप लगाए हैं.
पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि प्रफुल खोड़ा पटेल द्वारा मोहन डेलकर को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था, इस बारे में मोहन डेलकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी भी लिखी थी. कांग्रेस नेता ने कहा कि मोहन डेलकर के मेडिकल कॉलेज, आदिवासी भवन को गिराने की कोशिश भी की गई थी.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा की ओर से आरोप लगाया गया कि 2019 का चुनाव मोहन डेलकर ने निर्दलीय उम्मीदवार की हैसियत से लड़ा और विजयी रहे. इसी के बाद प्रताड़ना का यह सिलसिला चल पड़ा. कांग्रेस नेता ने कहा कि यह किस तरह की राजनैतिक संस्कृति इस देश में फैलायी जा रही है? आप जब चुनाव हार जाते हो, तो जीतने वाले को साम, दाम, दण्ड, भेद आदि से तोड़ने के शर्मनाक प्रयास करते हो.
आपको बता दें कि कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले मोहन डेलकर के बेटे अभिनव ने भी दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल खोड़ा पटेल पर मोहन डेलकर को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था. अभिनव की ओर से इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी गई है और न्याय दिलाने की मांग की गई है.
गौरतलब है कि दादरा और नगर हवेली के सांसद मोहन डालकर का शव मुंबई के एक होटल में मिला मिला था. मोहन डेलकर ने पंखे से लटकर कर आत्महत्या की थी, साथ ही एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था. मुंबई पुलिस की ओर से इस मामले में जांच की जा रही है.
आनंद पटेल