पॉलिटिकल पंडितों का दिया एक घिसा पिटा जुमला है - दिल्ली का रास्ता उत्तरप्रदेश से होकर जाता है. चूँकि अकेले यूपी में लोकसभा की सबसे ज्यादा 80 सीटें हैं, इसलिए सूबे की सियासत देश की राजनीति की दशा और दिशा निर्धारित करते हैं. आज इसी यूपी में में देश के दो बड़े नेता मौजूद थे. प्रधानमंत्री मोदी ने संभल में कल्किधाम मंदिर का शिलान्यास किया.
कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ और कल्किधाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद थे. जिनकी प्रधानमंत्री ने आज कई बार तारीफ की. ये वही प्रमोद कृष्णम हैं जो 2019 में लखनऊ लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार थे और हाल ही में कांग्रेस से बाहर किये गए हैं. ख़ैर, पीएम ने अपने भाषण में अयोध्या के राम मंदिर, यूएई के मंदिर, भारत की दुनिया में बढ़ती साख और सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया.
इसके बाद प्रधानमंत्री सीधे लखनऊ के लिए रवाना हुए, वहां उन्होंने उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट से जुड़े ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का उद्घाटन किया. इसमें 10 लाख करोड़ के करीब साढ़े चौदह हज़ार प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया गया. अपने भाषण में राज्य के मुख्यमंत्री ने यूपी की नई परिभाषा दी.
दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता राहुल गांधी आज अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर अमेठी पहुंचे. यहां उन्होंने राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, रोड शो भी किया. पार्टी कार्यकर्ताओं ने राहुल के स्वागत में 'शेर आया शेर आया' जैसे नारे लगाए. इस बीच इंडिया गठबंधन के साथी अखिलेश यादव के राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने पर संशय बरक़रार है. सपा प्रमुख के राय बरेली में इस यात्रा से जुड़ने की ख़बरें थी. लेकिन, आज इस तरह की बातें निकल कर आईं कि अखिलेश तब तक यात्रा में शामिल नहीं होंगे जबतक सीट शेयरिंग पर बात पक्की नहीं होती. वैसे सपा पहले ही 11 सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ने की बात कह चुकी है. लेकिन इसके अलावा कुछ और सीट हैं, जिसको लेकर राहुल अड़े हुए हैं. सुनिए 'दिन भर' में,
हरियाणा के शंभु बॉर्डर पर किसान आठ दिनों से आंदोलन पर बैठे हुए हैं. कल देर रात किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच चौथे दौर की मीटिंग हुई. मीटिंग में सरकार ने 5 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP देने का प्रस्ताव दिया. किसान संगठनों ने इस पर दो दिन विचार करके कल यानी 20 फरवरी की शाम को अपना फैसला सुनाने की बात कही है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इसकी जानकारी मीडिया के सामने साझा की.
हालांकि किसानों की मांग थी कि सरकार सभी सभी फ़सलों को MSP पर ख़रीदने के लिए क़ानून लाए और फ़सल की कीमत स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों पर तय हो. इसके अलावा किसानों की मांग है कि मिर्च, हल्दी और दूसरे मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाए और ऐसे और भी कई डिमांड्स हैं, फ़िलहाल उन्हें सरकार की ओर से 5 फ़सलों पर MSP मिलता दिख रहा है, ये फ़सलें कौनसी हैं और किस फ़ॉर्मूले पर सरकार और किसान संगठन के बीच बातचीत चल रही है, सुनिए दिन भर में,
दुनिया के एक हिस्से में सालों से एक हिंसक संघर्ष चला आ रहा है. फ़िलिस्तीन-इज़रायल का. हमास के हमलों के बाद इज़राइल ने ग़ज़ा में जंग छेड़ रखी है. इज़राइल की कार्रवाई के ख़िलाफ़ आज से अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई है. सुनवाई नीदरलैंड के द हेग में मौजूद इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में हो रही है. गौरतलब है कि इज़रायल के खिलाफ पहले से ही आईसीजे में ग़ज़ा पर हमले को लेकर केस चल रहा है. इस मामले में फलस्तीन की तरफ से इज़रायल के खिलाफ सबूत पेश किए जाएंगे. 51 देश और तीन अलग-अलग संस्थान- लीग ऑफ अरब स्टेट्स, ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन और अफ्रीकी यूनियन भी जजों को सामने पेश होंगे. हालांकि, मामले में इज़रायल की तरफ से बहस करने के लिए कोई भी पेश नहीं होगा. इज़रायल ने पहले ही इस मामले में अपना पक्ष लिखित रूप से कोर्ट में जमा कर दिया है, सुनिए 'दिन भर' में,
कुंदन कुमार