विदेश मंत्रालय ने ईरान और इजरायल के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है और सभी भारतीयों को अगली सूचना तक ईरान या इजरायल की यात्रा न करने की सलाह दी है. मंत्रालय ने ईरान और इजरायल में मौजूद भारतीयों से अनुरोध किया है कि वे भारतीय दूतावास के साथ संपर्क में रहें और अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं.
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक नोटिफिकेशन जारी कर भारतीयों से अगली सूचना तक ईरान और इजराइल की यात्रा करने से बचने को कहा. यह एडवाइजरी उन रिपोर्ट्स के बीच जारी की गई है जिनमें कहा जा रहा है कि ईरान अगले 48 घंटों के भीतर इजरायल पर हमला कर सकता है.
'दूतावास के साथ संपर्क में रहें भारतीय'
मंत्रालय ने उन भारतीयों से भारतीय दूतावास के साथ संपर्क में रहने और अपना रजिस्ट्रेशन कराने का अनुरोध किया है जो वर्तमान में ईरान या इजरायल में रह रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा, 'उनसे यह भी अनुरोध किया जाता है कि वे अपनी सुरक्षा के बारे में अत्यधिक सावधानी बरतें और अपनी गतिविधियों को न्यूनतम तक सीमित रखें.'
ओवैसी ने सरकार पर साधा निशाना
विदेश मंत्रालय की ओर से एडवाइजरी जारी करने के बाद भारत में अब इस मामले पर सियासत शुरू हो गई है. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'मोदी सरकार ने एडवाइजरी जारी कर भारतीयों से इजरायल न जाने को कहा है. फिर भारत भारतीयों को इजरायल क्यों भेज रहा है? अगर यह सुरक्षित नहीं है, तो भारतीयों को मौत के जाल में क्यों भेजा जा रहा है? क्या नरेंद्र मोदी उनकी सुरक्षा की व्यक्तिगत जिम्मेदारी ले रहे हैं? इजरायल नरसंहार करने की फिराक में है, उसे गरीब भारतीयों की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं है. भारतीय श्रमिकों का निर्यात तुरंत रोका जाना चाहिए और जो पहले से ही वहां हैं उन्हें वापस लाया जाना चाहिए.'
इजरायल पर हमला कर सकता है ईरान
इससे पहले वॉल स्ट्रीट जर्नल ने ईरान द्वारा जानकारी दिए गए एक व्यक्ति का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में बताया कि ईरान अगले 48 घंटों के भीतर इजरायल पर हमला कर सकता है. रिपोर्ट में कहा गया कि ईरान इजरायल पर हमले के राजनीतिक जोखिमों का आकलन कर रहा है. दोनों देशों के बीच तनाव तब अपने चरम पर पहुंच गया था जब सीरिया में एक हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास की एक इमारत ध्वस्त हो गई थी.
युद्ध की तैयारी कर रहा इजरायल?
ईरान ने उस हमले के लिए इजरायल को दोषी ठहराया था जिसमें उसके एक शीर्ष सैन्य कमांडर और छह अधिकारी मारे गए थे. इजराइल ने कहा है कि वह गाजा में चल रहे सैन्य अभियान के बीच 'अन्य क्षेत्रों में बदलते परिदृश्य' की तैयारी कर रहा है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, 'हम रक्षा और हमले दोनों में इजराइल की सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने की तैयारी कर रहे हैं.'
अमेरिका ने जताई हमले की संभावना
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान द्वारा इजराइल पर सीधा हमला करने की संभावना नहीं है. वह हमले शुरू करने के लिए लेबनान में हिजबुल्लाह और यमन में हाउती जैसे संगठनों का इस्तेमाल कर सकता है. वहीं, ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में शीर्ष अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि अमेरिका का मानना है कि इजराइल पर आने वाले दिनों में ईरान एक बड़ा हमला कर सकता है.
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