यूपी, दिल्ली से लेकर कर्नाटक तक धार्मिक स्थलों को लेकर विवाद जारी है. इसी बीच कर्नाटक में बीजेपी के विधायक ईश्वरप्पा ने दावा किया है कि 36000 मंदिरों को तोड़कर उन पर मस्जिदें बनाई गईं. इतना ही नहीं उन्होंने दावा किया है कि हिंदू लीगल तरीके से सभी 36000 मंदिरों को वापस लेंगे.
बीजेपी विधायक ईश्वरप्पा के अलावा श्री राम सेना के चीफ प्रमोद मुथालिक ने कहा कि अगर शांति बनाए रखना है, तो देशभर में जहां भी मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गईं, मुस्लिम समुदाय को वे सभी जगह हिंदुओं को सौंप देनी चाहिए.
प्रमोद मुथालिक ने कहा, यह शांतिभंग करने को लेकर नहीं है. अगर शांति बनाए रखना है तो मंदिर को तोड़कर बनाई गई मस्जिद को हिंदू धर्म को लौटा देना चाहिए. इतना ही नहीं उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने लाउडस्पीकर को लेकर आदेश दिया है. लाउडस्पीकर के जरिए अजान नहीं होनी चाहिए. मुस्लिमों को यह आदेश मानना चाहिए.
अल्पसंख्यक कोर्ट का सम्मान नहीं करते- बीजेपी विधायक
बीजेपी के एक और विधायक बसनागौडा पाटील ने दावा किया कि अल्पसंख्यक कोर्ट और संविधान का पालन नहीं करते. बसनागौडा ने कहा, सरकार को उन पर सख्ती से कार्रवाई नहीं करनी चाहिए. बल्कि इन लोगों को शिक्षा से वंचित कर देना चाहिए. उन्होंने मांग की कि मंगलुरु यूनिवर्सिटी में जिन मुस्लिम छात्रों ने हिजाब का समर्थन किया, उन्हें भी शिक्षा से वंचित कर देना चाहिए.
टीपू सुल्तान के महल के सर्वे की उठी मांग
इससे पहले ने बेंगलुरु में स्थित टीपू सुल्तान के महल का सर्वे कराने की मांग की थी. हिंदू जनजागृति समिति के प्रवक्ता मोहन गौड़ा ने आरोप लगाया कि बेंगलुरु में स्थित टीपू सुल्तान का महल मंदिर की जमीन पर कब्जा करके बनाया गया है. उन्होंने कहा, कहा जाता है कि जहां टीपू सुल्तान का महल बना है, वह जमीन वेंकटरमण स्वामी मंदिर की थी.
मोहन गौड़ा के मुताबिक, टीपू सुल्तान के शासन काल में इस जमीन पर कब्जा कर लिया गया. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों बताते हैं उस जगह पर वेदों की शिक्षा दी जाती थी. ऐसे में हिंदू जनजागृति समिति की ओर से मैं इस जमीन का सर्वे कराने और इसे इसके असली मालिकों को सौंपने की मांग करता हूं. उन्होंने बताया कि वेंकटरमण स्वामी मंदिर 15वीं शताब्दी में बनवाया गया था.
नागार्जुन